Rangilo Falgunio festival: डोरी खींच के राखि जै, यो है बाबा को निशान... Muzaffarpur News
रंगीलो फागुन महोत्सव के 11वें दिन शुक्रवार को मुजफ्फरपुर क्लब के प्रांगण से भव्य श्याम निशान शोभा यात्रा निकली। भक्तों का रेला जिधर से गुजरता राहगीरों की भीड़ ठहर सी जा रही थी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। 'डोरी खींच के राखि जै, यो है बाबा को निशान। पैदल चालणियै के सागै यो है बाबो श्याम... जय श्री श्यामÓ गीत गाते झूमते-नाचते लाल व केसरिया निशान लिए भक्तों का रेला जिधर से गुजरता, राहगीरों की भीड़ ठहर सी जा रही थी। ऐसा लग रहा था मानो मुजफ्फरपुर की इस धरती पर खाटू धाम उतर आया हो और सभी भक्त बाबा श्याम के रंग में रंगकर गोपियों की तरह नाच रहे हों। रंगीलो फागुन महोत्सव के 11वें दिन शुक्रवार को मुजफ्फरपुर क्लब के प्रांगण से भव्य श्याम निशान शोभा यात्रा निकली।
इसके पहले आचार्य विष्णु शर्मा ने यजमान हरिओम गुप्ता व सुनीता गुप्ता को पूजा-अर्चना और आरती कराकर शोभा यात्रा की शुरुआत कराई। शोभा यात्रा मुजफ्फरपुर क्लब से निकलने के बाद कंपनीबाग, सरैयागंज टावर, छाता बाजार, बाबा गरीबनाथ मंदिर, माखन साह चौक, सोनारपट्टी, साहु रोड, छोटी कल्याणी, हरिसभा चौक, कल्याणी, मोतीझील, तिलक मैदान रोड, नवयुवक समिति, सूतापट्टी व बैंक रोड होते हुए श्याम मंदिर पहुंची। इस दौरान भक्तों की उमंग व मस्ती देखते बन रही थी।
वे 'ऐसी मस्ती कहां मिलेगी श्याम नाम रस पी ले, तू मस्ती में जी ले..., सांचा है दरबार श्याम का, श्याम बड़े ही रसीले तू मस्ती में जी लेÓ गीत गाते मस्ती में झूम रहे थे। भजन मंडली की कमान आचार्य विष्णु शर्मा, सोहन भाई अग्रवाल, संजय मारोदिया आदि ने संभाल रखी थी। उनके द्वारा गाए 'ये श्याम का जादू है, सिर चढ़कर बोल रहाÓ, Óरंग बसंती छा गया, मस्ताना मौसम आ गयाÓ आदि गीतों पर लोग मगन हो नाच रहे थे। शोभा यात्रा में आगे दर्जनभर घुड़सवार चल रहे थे। उसके पीछे कई मनोहारी झांकियां व बैंड-बाजे के साथ भक्तों का कारवां चल रहा था। सबसे पीछे रथ पर बाबा का चलंत शीश विराजमान रहा।
मार्ग में जगह-जगह श्याम भक्तों का स्वागत किया गया। लोग फूलों की बारिश कर रहे थे। गुलाब जल व इत्र की फुहारें भी छोड़ी जा रही थीं। शोभा यात्रा में पवन मोजासिया, जगदीश बंका, प्रदीप खंडेलिया, चीकू नाथानी, गोपी नाथानी, नवीन सरावगी, नवीन चाचान, विक्रम चाचान, मंटू सुरेका, संदीप कौशिक आदि थे।
बाबा को चढ़े 2151 निशान
शोभा यात्रा से लौटने के बाद 2151 निशान बाबा श्याम को अर्पण किए गए। विशेष आकर्षण चांदी के निशान रहे। 40 लोग चकिया से भी निशान लेकर आए थे। रात सात बजे से भजन-कीर्तन शुरू हुआ। बाबा का आलौकिक शृंगार किया गया व छप्पन भोग लगाए गए। मौके पर कोलकाता से आए भजन गायक किशन कुमार व लता सिंह राजपूत और कानपुर के श्रीराम पांडेय ने बाबा के भजनों की प्रस्तुति कर माहौल को श्याममय बना दिया। विजय जगनानी, सोहन अग्रवाल, सुमित चौधरी, संजय मारोदिया, महेश शर्मा आदि ने भी भजन गाए। मौके पर नवल सुरेका, किशन तुलस्यान, गोपाल ढंढारिया, विनोद बंका, शंकर केजरीवाल, पप्पू सिंघानिया, सार्थक शंघई, संतोष नाथानी आदि थे।