... तो खाली हो गया मुजफ्फरपुर नगर निगम का खजाना, कर्मचारियों को कैसे मिलेगा वेतन
कोरोना संकट से दो माह से नहीं हो रही संपत्ति एवं अन्य करों की वसूली। कर्मचारियों के वेतन व पेंशन के लिए निगम को चाहिए हर माह तीन करोड़।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कोरोना ने नगर निगम का खजाना खाली कर दिया है। शहर के लॉकडाउन से बीते दो माह से नगर निगम संपत्ति एवं अन्य करों की वसूली नहीं कर पा रहा है। पहले से जमा राशि कर्मचारियों के वेतन भुगतान व अन्य कार्यो में खर्च कर दी गई है। खजाना खाली होने से निगम गहरे आर्थिक संकट की ओर बढ़ रहा है। हालात यह हैं कि अगले माह अपने कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पाएगा।
वहीं निगम के चार सौ सेवानिवृत्त कर्मियों को मार्च से पेंशन नहीं मिल पाएगी। मार्च व अप्रैल की पेंशन भुगतान के लिए निगम को कम से कम एक करोड़ रुपये चाहिए। लेकिन, उसका खजाना पूरी तरह से खाली है। ऐसे में वह सेवानिवृत्त कर्मियों की पेंशन का भुगतान भी नहीं कर पाएगा। निगम को हर माह अपने स्थायी कर्मियों के वेतन व सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन भुगतान के लिए कम से कम तीन करोड़ रुपये चाहिए। साथ ही अन्य कार्यो के लिए भी करोड़ों रुपये चाहिए।
30 जून तक कर जमा करने वालों को मिलेगी छूट
खाली हो चुके खजाना को भरने के लिए निगम संपत्ति कर की वसूली करेगा, लेकिन इसके लिए किसी पर दबाव नहीं डालेगा। स्वेच्छा से कर जमा करने वालों का निगम दिल से स्वागत करेगा। साथ ही 30 जून तक कर जमा करने वालों को पांच फीसदी की छूट देगा। नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने कहा कि होल्डिंग स्वामी संपत्ति कर जमा कर सकते हैं। इसके लिए उनको निगम कार्यालय आने की जरूरत नहीं। वार्ड तहसीलदार उनके घर जाएंगे, होल्डिंग स्वामी उनको कर दे सकते हैं।