मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Muzaffarpur flood: जिले में एक ओर जहां बागमती, बूढ़ी गंडक और लखनदेई के जलस्तर में गिरावट होने लगी है, वहीं अब गंडक की धारा में उफान जारी है। तीन दिनों में गंडक के जलस्तर में 44 सेमी की वृद्धि हुई है। रविवार को रेवाघाट में गंडक नदी का जलस्तर 11 सेमी वृद्धि के साथ 54.13 मीटर दर्ज किया गया, जो डेंंजर लेवल से 0.28 सेमी कम है। इधर, जलस्तर में गिरावट के बावजूद बागमती और लखनदेई खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जबकि, बूढ़ी गंडक के जलस्तर में लगातार गिरावट जारी है।
बागमती का जलस्तर खतरे के निशान से 0.87 सेमी ऊपर
रविवार को कटौझा में बागमती का जलस्तर खतरे के निशान से 0.87 सेमी ऊपर 54.60 मीटर और बेनीबाद में खतरे के निशान 48.68 मीटर से 0.70 सेमी ऊपर 49.38 मीटर दर्ज किया गया। गायघाट के बोराबारी में लखनदेई नदी का जलस्तर खतरे के निशान 42.00 मीटर से 0.85 मीटर ऊपर 42.85 मीटर दर्ज किया गया है। सिकंदरपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान 52.53 मीटर से 18 सेमी नीचे 52.35 मीटर दर्ज किया गया। मुरौल के दलौल घाट में बूढ़ी गंडक का जलस्तर खतरे के निशान 48.25 मीटर से 1.35 मीटर ऊपर 49.60 मीटर और अहिरवलिया में खतरे के निशान 59.62 से 1.55 मीटर नीचे 58.07 मीटर दर्ज किया गया। कुढऩी के शाहपुर मरीचा में नून नदी का जलस्तर 48.85 मीटर दर्ज किया गया है।
मुजफ्फरपुर में कोरोना वायरस से जुडी सभी खबरे
डाउनलोड करें हमारी नई एप और पायें
अपने शहर से जुड़ी हर जरुरी खबर!