शिवहर बैंक लूटकांड के सात दिनों बाद घटना का पर्दाफाश, छह गिरफ्तार Sheohar News
लूट के 30. 86 लाख रुपये बरामद। गिरफ्तार अपराधियों में चार मुजफ्फरपुर जिले के निवासी। रिमांड होम से जुड़े हैं सभी अपराधी। घटना के सात दिनों बाद पुलिस को मिली सफलता।
शिवहर, जेएनएन। जिला मुख्यालय स्थित यूको बैंक से 28 अक्टूबर को हुई 32.36 लाख रुपये लूट का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया। इसमें शामिल सभी छह अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी संतोष कुमार ने कहा कि सभी अपराधी रिमांड होम से जुड़े हैं। बताया कि 28 अक्टूबर को शिवहर में एक और बैंक लूटने की साजिश थी।
जांच की शुरुआत मुजफ्फरपुर के गोबरसही आइसीआइसीआइ बैंक लूट को केंद्र में रखकर की गई। इसमें शामिल सीतामढ़ी जिले के बेलसंड थाने के पताही निवासी दीपू कुमार को शिवहर पुलिस ने मुगलसराय से हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थाने के तुर्की निवासी विकास कुमार को घटना का मास्टर माइंड बताया। पुलिस टीम ने विकास को उठाया। इसके बाद एक- एक कर सभी अपराधी बेनकाब हो गए।
इस बीच विकास कुमार लूट की रकम 24 लाख 70 हजार रुपये बैरगनिया भेजने की जुगत में था। लेकिन, जीआरपी सीतामढ़ी ने जब्त कर लिया। शेष 6 लाख 16 हजार 380 रुपये शिवहर पुलिस ने बरामद किया। इस तरह लूट की कुल रकम 32 लाख 33 हजार 760 में 30 लाख 86 380 रुपये बरामद हो चुके हैं। इसके अलावा बाइक, एक पिस्टल, दो कारतूस, छह मोबाइल और विभिन्न बैंकों के सात एटीएम कार्ड मिले। लूट के वक्त दो अपराधियों ने जो शर्ट पहन रखी थी, उसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया।
शिवहर पुलिस ने चार अपराधियों को पकड़ा। इसमें मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थाना क्षेत्र के तुर्की निवासी धीरज कुमार, विकास कुमार, सीतामढ़ी जिले के बेलसंड थाने के पताही गांव निवासी दीपू कुमार और शिवम कुमार हैं। जबकि, मुजफ्फरपुर जिले के अखाड़ाघाट थाना क्षेत्र के नाजीपुर निवासी निखिल कुमार मुजफ्फरपुर जेल में है। तुर्की का ही विकास कुमार (द्वितीय) रिमांड होम मुजफ्फरपुर में है।
एसपी ने बताया कि विकास कुमार, दीपू कुमार, शिवम कुमार एवं निखिल कुमार का आपराधिक इतिहास रहा है। सात मिनट में लूटपाट करने वाले वाले अपराधियों के नेटवर्क का सात दिनों में पर्दाफाश वाले पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा। अब पुलिस इन अपराधियों के आका तक पहुंचने और रैकेट को ध्वस्त करने की तैयारी में है।
बताया कि विकास शागिर्दों में मामूली रकम बांट बड़ा हिस्सा स्वयं रख लेता है। इन अपराधियों को किसी बड़े गैंगस्टर का संरक्षण हासिल है। इससे इन्कार नहीं किया जा सकता। वैशाली जिले के कुछ अपराधियों से हथियार हासिल कर वारदात को अंजाम देता है। एसपी ने पुलिस अधीक्षक (रेल) पटना, जीआरपी मुगलसराय, सीतामढ़ी, उत्तर प्रदेश पुलिस, आरपीएफ का भी धन्यवाद किया है।