एसकेएमसीएच में अव्यवस्था का आलम, निजी एंबुलेंस से प्रसूता जा रहीं घर
सिस्टम पर उठा सवाल एंबुलेंस चालक ने सीएस व डीएम को कराया अवगत। करीब एक साल से गर्भवती को सरकारी 102 एंबुलेंस की सुविधा नहीं दी जा रही है। एसकेएमसीएच में आठ एंबुलेंस हैं। 102 एंबुलेंस का प्रयोग प्रसूता के लिए होना चाहिए।
मुजफ्फरपुर, जासं। एसकेएमसीएच में आने वाली प्रसूता को 102 एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिल रही। एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष कमलेश कुमार ने जिलाधिकारी व सिविल सर्जन से मिलकर इसकी शिकायत की है। बताया कि करीब एक साल से गर्भवती को सरकारी 102 एंबुलेंस की सुविधा नहीं दी जा रही है। एसकेएमसीएच में आठ एंबुलेंस हैं। इनमें चार को शव वाहन के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। वहीं अन्य चार का इमरजेंसी सेवा में मरीज को रेफर करने पर पटना पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। पीएचसी से तो महिला को एंबुलेंस से पहुंचाया जा रहा है, लेकिन प्रसव के बाद वापस घर जाने के लिए निजी वाहन के सहारे यहां से जाना पड़ता है।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि वहां प्रतिदिन 15 से 20 डिलीवरी हो रही हैं। 102 एंबुलेंस का प्रयोग प्रसूता के लिए होना चाहिए। सुविधा नहीं मिलने से प्रसव को आने वाली महिला को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एसकेएमसीएच के प्राचार्य सह प्रभारी अधीक्षक डॉ.विकास कुमार ने कहा कि एंबुलेंस व्यवस्था की समीक्षा कर प्रसूता को भी इसे उपलब्ध कराया जाएगा। प्रबंधक से रोस्टर लेकर जांच करेंगे। सरकार की ओर से जिसके लिए जो सुविधा है वह मिलनी चाहिए यह सुनिश्चित किया जाएगा।