Intermediate and Matriculation Exam :... तो फिर परीक्षार्थियों को नीचे बैठकर परीक्षा देने की आ सकती नौबत
Intermediate and Matriculation Exam केंद्रों की सीट क्षमता का आकलन किए बगैर परीक्षा केंद्र बना दिए गए। इससे केंद्रों पर परीक्षार्थियों के बैठने की समस्या होगी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। आगामी इंटर व मैट्रिक परीक्षा के लिए केंद्रों की सूची जारी करने में जल्दबाजी की गई। इसके चलते केंद्रों की सीट क्षमता का आकलन किए बगैर परीक्षा केंद्र बना दिए गए। इससे केंद्रों पर परीक्षार्थियों के बैठने की समस्या होगी। ये बातें बुधवार को अघोरिया बाजार स्थित एलएनटी कॉलेज में परीक्षा संचालन की तैयारियों की समीक्षा के दौरान सामने आईं।
समीक्षा जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ. विमल ठाकुर ने की। वहीं, मैट्रिक व प्लस टू विद्यालयों एवं कॉलेजों के प्राचार्य व उनके प्रतिनिधि मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि तीन फरवरी से इंटर व 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा शुरू होगी। इंटर परीक्षा शुरू होने के मात्र 12 दिन शेष हैं। इसे लेकर तैयारियों को अब अंतिम रूप दिया जाना है।
समायोजन की प्रक्रिया
इंटर व मैट्रिक के लिए कई निजी स्कूलों को सेंटर बनाया गया है। वहां सीटों की क्षमता 200 भी नहीं है, लेकिन, केंद्र बन गए। इसी प्रकार जिला स्कूल में सर्वाधिक सीटों की क्षमता है तो वहां 600 परीक्षार्थियों का सेंटर बना है। जबकि, यहां हजार से अधिक परीक्षार्थी बैठ सकते हैं। वहीं, चैपमैन में क्षमता से अधिक 850 परीक्षार्थियों की सीटिंग आवंटित की गई है। बैठक के दौरान समस्याओं को बताने के दौरान सीट क्षमता को लेकर ही सवाल उठाए गए। डीईओ ने निर्देश दिए कि केंद्रों में सीटों का संतुलन बनाए रखने के लिए समायोजन की प्रक्रिया अपनाई जाए।
वीक्षकों की सूची केंद्रों की मर्जी नहीं
इस बार केंद्रों की मर्जी से वीक्षकों की सूची नहीं बनेगी, बल्कि शिक्षा विभाग द्वारा सूची तैयार की जाएगी। इसके तहत मैट्रिक परीक्षा में प्राइमरी, मिडिल व मैट्रिक के शिक्षकों को वीक्षक बनाया जाएगा। वीक्षकों की सूची के अनुसार सभी शिक्षकों को 31 जनवरी को योगदान देने का निर्देश दिया गया है। सभी केंद्रों में सीट, आवश्यक फर्नीचर, बिजली-पानी आदि व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा कर फाइनल तैयारी की जाएगी।