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सीतामढ़ी विधायक ने प्रशासनिक रवैये पर प्रभारी मंंत्री मो. जमा खान से जताई नाराजगी

Sitamarhi Politics news बोले-यहां के कोविड सेंटर में भर्ती किए जाते स्वस्थ लोग गंभीर मरीज मुजफ्फरपुर-पटना से कराते इलाज। प्रशासन के पारदर्शी नहीं होने का लगाया आरोप खुद की उपेक्षा से इतने नाराज थे की बैठक छोड़ने की कह दी बात।

By Murari KumarEdited By: Published: Sat, 29 May 2021 10:29 PM (IST)Updated: Sat, 29 May 2021 10:29 PM (IST)
सीतामढ़ी विधायक ने प्रशासनिक रवैये पर प्रभारी मंंत्री मो. जमा खान से जताई नाराजगी
सीतामढ़ी के विधायक डॉ. मिथिलेश कुमार ने जिला के प्रभारी मंत्री मो. जमा खान के साथ की वर्चुअल बैठक।

सीतामढ़ी, जासं। सीतामढ़ी के विधायक डॉ. मिथिलेश कुमार ने जनसमस्याओं को लेकर शनिवार को  मजबूती से अपना पक्ष रखा। जिला के प्रभारी मंत्री मो. जमा खान के साथ वर्चुअल बैठक में कई बिंदुओं पर उन्होंने प्रशासन से नाराजगी जाहिर की। इस बैठक में सांसद शिवहर रमा देवी, सांसद सीतामढ़ी सुनील कुमार पिंटू, विधायक गायत्री देवी, मोतीलाल प्रसाद, दिलीप राय, पंकज कुमार, मिथलेश कुमार, अनिल कुमार, मुकेश कुमार, विधान परिषद सदस्य रामेश्वर महतो, जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा, डीडीसी तरनजोत सिंह, सिविल सर्जन डॉ. राकेश चंद्र सहाय वर्मा आदि भाग ले रहे थे। विधायक ने व्यवस्था पर कटाक्ष किया कि सीतामढ़ी के कोविड सेंटर में स्वस्थ लोग भर्ती किए जा रहे हैं तो अस्वस्थ लोग या तो एंबुलेंस में दम तोड़े हैं, या एसकेएमसीएच या आइजीआइएमएस से स्वस्थ होकर लौटें हैं। उन्होंने इस बात पर मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराया कि केंद्र और राज्य के संसाधनों का सही उपयोग हो रहा है, तो महीनों से पारदर्शिता पर क्यों जिला प्रशासन की बंदिशे हैं।

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 उन्होंने कहा कि हम जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे का दुरुपयोग व प्रशासनिक अव्यवस्था के चलते अपने सैकड़ों जिलावासी के असमय मृत्यु के शिकार होते देखकर चुप नहीं रह सकते। विधायक यहीं नहीं रुके। उन्होंने यहां तक कहा-''मंत्री जी, जब मुझे मालूम ही नहीं कि मेरे राजकाज में कितने संसाधन आए, कितने उपयोग हुए, कितने नियम के प्रतिकूल मनमानी हुई, तो मुझे बैठक से अलग होने की इजाजत दीजिए। मैं सिर्फ सरकारी सुविधा प्राप्त करने और मत विभाजन में भाग लेने के लिए नहीं हूं। अगर मैं जनता की समस्या के समाधान का हिस्सा नहीं बन सका तो कोई मतलब नहीं है जनप्रतिनिधि रहने का।'' मंत्री जी ने आश्वस्त किया कि सारे संसाधन के पारदर्शी उपयोग होंगे, आप बैठक में रहें। सभी अव्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया जाएगा। 

 विधायक ने सदर अस्पताल के एमसीएच के वेंटिलेटर रुम और आइसीयू में लगी बेड पर एतराज जताया। आग्रह किया कि सीतामढ़ी जिला के सभी काम इस सरकार के सुशासन का आइना बने। सरकारी प्राक्कलन से कोई समझौता नहीं किए जाएं। खाद्यान्न, राशन एवं सरकार द्वारा मिले संसाधन से सीतामढ़ी जिला की गरीब जनता को वंचित रहते हम नहीं देख सकते। गरीबों को राशन का सही तौल मिले, भ्रष्टाचार, घूसखोरी एवं कार्य को शिथिल करने वाले कोई पदाधिकारी को सीतामढ़ी की धरती बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं है। चक्रवात तूफान से किसानों की क्षतिपूर्ति पर विधायक ने सरकार से मुआवजे का निवेदन किया।


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