Move to Jagran APP

रेड जोन में सीतामढ़ी जेल, दूसरी जेलों के मुकाबले क्षमता से 480 प्रतिशत ज्यादा बंदी

Sitamarhi Newsबेऊर बक्सर पूर्णिया गया भागलपुर मुजफ्फरपुर व मोतिहारी सेंट्रल जेल से भी सीतामढ़ी में ज्यादा कैदीक्षमता 380 बंदी की रहते 1800 से अधिक फिलहाल 1747 पुरुष बंदी यह बिहार की सभी 38 जेलों में सबसे अधिक बंद होनेवाला पहला जिला है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 16 Dec 2021 08:32 AM (IST)Updated: Thu, 16 Dec 2021 08:32 AM (IST)
रेड जोन में सीतामढ़ी जेल, दूसरी जेलों के मुकाबले क्षमता से 480 प्रतिशत ज्यादा बंदी
बिहार की लगभग सभी जेलों में क्षमता से अधिक कैदी हैं ।

सीतामढ़ी {मुकेश कुमार 'अमन'}। बिहार की लगभग सभी जेलों में क्षमता से अधिक कैदी हैं यह तो जगजाहिर है। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सीतामढ़ी जिले के मंडल कारा में बंदी की क्षमता का आंकड़ा सुनकर आप चौंक जाएंगे। पुरुष व महिला बंदियों को मिलाकर 380 क्षमता वाली इस जेल में मौजूदा समय 1823 हैं, जो क्षमता से 480 प्रतिशत ज्यादा है। इस हिसाब से यह बिहार की सभी 38 जेलों में सबसे अधिक बंद होनेवाला पहला जिला है। जेलों की क्षमता के बनिस्बत बंदियों के कम-अधिक होने को दर्शाने के लिए गृह विभाग ने 101-125 प्रतिशत को ग्रीन, 126 से 150 प्रतिशत को पर्पल, 151 से 200 प्रतिशत को ऑरेंज जोन में विभाजित किया है जबकि, 200 प्रतिशत से उपर वाली जेलों को रेड जोन में शामिल किया गया है। इनमें सीतामढ़ी सबसे उपरी पायदान पर है।गौरतलब है कि कोरोना के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने जेल में क्षमता से अधिक बंद कैदियों की संख्या कम करने का आदेश जारी किया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बिहार सरकार ने यह फैसला लिया कि जिन जेल बंदियों की सजा पूरी होने में एक से चार महीने बचे है, उन्हें रिहा कर दिया जाए। इस आधार पर रिहा होने वाले बंदियों की सूची तैयार होने लगी। कई बंदी चिन्हित भी किए गए। उनकी सूची राज्यपाल के पास भेजकर अनुमति मिलने पर रिहा करने की बात सामने आई थी।

loksabha election banner

बिहार की सबसे बड़ी जेल बेऊर में भी इतने ज्यादा बंदी नहीं

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सीतामढ़ी मंडल कारा में पुरुष बंदी की क्षमता 308 है। जिसमें वर्तमान में 1747 हैं, जो क्षमता से 567 प्रतिशत अधिक होता है। उसी तरह 72 महिला बंदी की क्षमता वाली जेल में 76 हैं, जो 106 प्रतिशत होता है। इस प्रकार, पुरुष व महिला बंदी की संख्या मिलाकर कुल क्षमता 380 की होती है। जिसके विरूद्ध 1823 यानी 480 प्रत‍िशत अधिक बंदी हैं। 30 नंवबर, 2021 तक के ये आंकड़े हैं। बेऊर सेंट्रल जेल में भी 236 प्रतिशत ही ज्यादा बंदी हैं। उसी तरह बक्सर सेंट्रल जेल में 169 प्रतिशत, भागलपुर सेंट्रल जेल में 130, मुजफ्फरपुर खुदीराम बोस सेंट्रल जेल में 217, पूर्णिया सेंट्रल जेल में 166, गया सेंट्रल जेल में 126 तथा मोतिहारी सेंट्रल जेल में 123 प्रतिशत अधिक बंदी हैं। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सीतामढ़ी मंडल कारा इन सभी जेलों के मुकाबले क्षमता से अधिक बंदी वाली पहली जेल है।

-क्षमता से अधिक बंदी हैं। कमोवेश सभी जेलों की यही स्थिति है। क्षमता बढ़ाने पर काम चल रहा है। सरकार को इस बात की ङ्क्षचता है। जो साधन-संसाधन उपलब्ध हैं उसी में हमें बेहतर करना है। -मनोज कुमार सिन्हा, कारा अधीक्षक, सीतामढ़ी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.