सीतामढ़ी जिले में कोरोना संक्रमण से मौत के केवल 81 के स्वजनों को ही मुआवजा, आखिर कहां फंसा है पेच?
Sitamarhi Corona Update डीएम ने कहा आपदा पीड़ितों को त्वरित गति से राहत राशि उपलब्ध करवाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता। आठ वैसे मृतक हैं जिनका पता अपूर्ण होने के कारण उनके आश्रितों से नहीं हो रहा संपर्क ।
सीतामढ़ी, जासं। Sitamarhi Corona Update: जिलाधिकारी सुनील कुमार यादव ने जिले में कोरोना संक्रमण से मृत लोगो के निकटतम आश्रितों को राहत राशि उपलब्ध कराने को लेकर जिला आपदा प्रभारी सहित वरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। राहत राशि भुगतान की उन्होंने समीक्षा की। जिला आपदा प्रभारी ने डीएम को जानकारी दी कि जिले में कोरोना संक्रमण से मृत कुल 126 व्यक्तियों की प्राप्त सूची के आलोक में मुख्यमंत्री राहत कोष एवं आपदा विभाग से प्राप्त आवंटन से 81 मृतकों के निकटतम आश्रितों को साढ़े चार लाख रुपये की दर से अनुग्रह अनुदान का भुगतान किया जा चुका है।
शेष 45 व्यक्तियों को विभिन्न उचित कारणों यथा डुप्लीकेट प्रविष्टि, शिवर एक्यूट रेस्पिरेट्री इनफेक्शन से मृत्यु संबंधी रिपोर्ट, अंचल से अभिलेख अप्राप्त, आदि कई कारणों से अनुग्रह अनुदान का भुगतान नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी 41 मृतकों के आश्रित को पत्र के माध्यम से सूचना दी गई है कि यदि उन्हें कोविड-19 अनुग्रह अनुदान के संबंध में कोई दावा या आपत्ति है या कोई कागजात प्रस्तुत करना है तो जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा सीतामढ़ी में कागजात के साथ कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य जिले से हस्तांतरित सूची एवं सिविल सर्जन से प्राप्त सूची में 8 व्यक्तियों का पता अपूर्ण है। उन सभी आठ व्यक्तियों के संबंध में जिले के वेबसाइट, जिला प्रशासन के फेसबुक पेज, सोशल एवं प्रिंट मीडिया के माध्यम से सूचना प्रकाशित की जा रही है।
कई मृतकों का पता अपूर्ण होने के कारण मदद पहुंचाने में दिक्कत
डुमरा प्रखंड के मृतक लक्ष्मी साह, मेजरगंज प्रखंड मृतक मनी देवी, ग्राम जानीपुर, पुपरी प्रखंड के आबदा खातून ग्राम बिरैल सीतामढ़ी, मृतक राम दुलारी देवी, मृतक मोहम्मद अफताब आलम, मृतक महेश कुमार पंडित, मृतक इशरती खानम,मृतक रीता कुमारी कुल आठ मृतकों का पता अपूर्ण होने के कारण उनके निकटतम आश्रितों से संपर्क नहीं हो रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा पीड़ितों को त्वरित गति से राहत उपलब्ध करवाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। उन्होंने निर्देश दिया कि वैसे सभी मृतकों के आश्रितों से संपर्क कर विशेष पहल करते हुए उनसे दावा आपत्ति प्राप्त कर पात्र लोगों को अविलंब राहत राशि उपलब्ध करवाएं। जिन लोगो का पता अपूर्ण है, उनके संबंध में प्रचार-प्रसार के विभिन्न माध्यमों का उपयोग कर उनका पता करें।