मुजफ्फरपुर के अहियापुर में युवती को जिंदा जलाने के मामले में एसआइटी गठित Muzaffarpur News
दो महीने में पूरी होगी जांच की प्रक्रिया आरोपितों के खिलाफ होगा स्पीडी ट्रायल मुख्य आरोपित गिरफ्तार। पुलिस महानिरीक्षक जिलाधिकारी व एसएसपी ने जाना पीडि़ता का हाल।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। अहियापुर थानाक्षेत्र में युवती को जिंदा जलाए जाने के मामले में पुलिस किसी भी स्तर पर ढील नहीं चाहती। मामले में मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के बाद विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन हुआ है। पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार, जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष व वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत ने सोमवार को श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती युवती का हाल जाना। इस दौरान युवती व उसकी मां का बयान वरीय अधिकारियों ने लिया।
मौके पर ही आइजी ने एसआइटी गठित करने का निर्देश एसएसपी को दिया। एसएसपी ने तत्काल एसआइटी गठित कर टीम के अधिकारियों को समय सीमा के अंदर जांच की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया।
इन सबके बीच जिलाधिकारी आलोक रंजन ने पीडि़ता की चिकित्सा के बारे में जानकारी ली। यहां चल रही चिकित्सा व्यवस्था को जाना। परिजनों से बात की, यदि वे चाहें तो पीडि़ता को इलाज के लिए बाहर ले जाया जा सकता है। लेकिन, चिकित्सकों से परामर्श लेने के दौरान पता चला कि युवती 95 फीसद जल चुकी है। उसे ले जाने की स्थिति फिलहाल नहीं है। एसकेएमसीएच में जीवनरक्षक एंबुलेंस चिकित्सकों की टीम के साथ हर पल तैयार है।
यह है घटनाक्रम
अहियापुर थानाक्षेत्र के एक गांव में युवती शनिवार की शाम स्वजन के साथ थी। उसकी मां घर से बाहर थी। इसी बीच पड़ोसी युवक घर में प्रवेश कर गया। उसके साथ मारपीट करने के बाद उसे जिंदा आग के हवाले कर दिया। तत्काल उसे शहर के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। वहां से रविवार को चिंताजनक स्थिति में वह एसकेएमसीएच पहुंची। इसके बाद से पुलिस कार्रवाई चल रही है।
घटना के बारे में मुजफ्फरपुर पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार ने कहा कि 'पीडि़ता और उसके स्वजनों से बात की है। घटना का मुख्य आरोपित गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे की जांच त्वरित गति से हो, इसके लिए विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया है। एसएसपी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। दो महीने में जांच की प्रक्रिया पूरी कर दोषी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा।Ó