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गायिका शारदा सिन्हा को क्यों नहीं मिल रही पेंशन? जानें उनकी सहेली के साथ क्या हुआ?

इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट के माध्यम से बयां किया दर्द। पेंशन की आस में उनकी सहेली सेवानिवृत्त प्राध्यापक डा. ईशा सिन्हा की सांस की टूटी सांस। बीमारी ने कर दिया था खास्ताहाल पांच माह से पेंशन के लिए लगा रही थीं गुहार।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 29 Jan 2022 08:20 AM (IST)Updated: Sat, 29 Jan 2022 08:20 AM (IST)
गायिका शारदा सिन्हा को क्यों नहीं मिल रही पेंशन? जानें उनकी सहेली के साथ क्या हुआ?
एलएनएमयू के वीसी ने कहा, हमारे पास भुगतान के लिए फंड नहीं। फाइल फोटो

समस्तीपुर, जासं। पद्म सम्मान से सम्मानित प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा को पिछले चार माह से पेंशन नहीं मिली है। उनकी एक सहेली तो इसकी वजह से स्वर्ग सिधार गईं। इंटरनेट मीडिया पर अपने एक पोस्ट में उन्होंने यह दर्द बयां किया है। गौरतलब है कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय गृह विज्ञान की सेवानिवृत विभागाध्यक्ष डा. ईशा सिन्हा की सांस पेंशन की आस में आखिरकार टूट ही गई। पिछले छह माह से वे अपने पेंशन की राशि के लिए प्रयासरत थी। लेकिन वह सपना भी अधूरा रह गया। पिछले दो वर्ष से वे विभिन्न अस्पतालों में इलाजरत थीं। हालत यह कि पैसे-पैसे के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस कारण उनके इलाज में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।पेंशन की राशि के लिए ईशा सिन्हा के पति ई. सचिदानंद ने कुलपति और शिक्षा मंत्री से भी व्यक्तिगत रूप से बात की। फिर भी एक माह की राशि भी मुहैया नहीं करायी जा सकी। इस बीच लोकगायिका और महिला महाविद्यालय से सेवानिवृत प्राध्यापिका पद्मश्री डा. शारदा सिन्हा ने डा. ईशा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस राज्य व मिथिला विश्वविद्यालय में सेवानिवृत कर्मियों को पेंशन के लाले पड़ रहे हैं। पिछले छह-सात माह से उन्हें पेंशन की राशि नहीं मिली थी। वे खुद भी बताती हैं कि वे पिछले पांच माह से पेंशन से वंचित हैं।

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पंचतत्व में विलीन हुई डा. ईशा

ईशा सिन्हा के पार्थिव शरीर को शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन कर दिया गया। छतौना में बूढ़ी गंडक नदी किनारे उनके पार्थिव शरीर को मुखाग्नि पुत्र सुजय ने दी। मौके पर डा. एके आदित्य, डा. विनय कुमार, भाजपा नेता रंजीत निर्गुणी, यूनियन बैंक के क्षेत्र प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार, प्रगतिशील किसान सुधांशु कुमार, शशिभूषण शर्मा, ट्रेड यूनियन के आरके झा, आनंद वर्द्धन, सूरज कुमार समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।

फेसबकु पर अपने पोस्ट में शारदा सिन्हा ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पीड़ा को सामने रखा है। समय पर भुगतान नहीं होने से हो रही परेशान की चर्चा की है। इस बारे में एलएनएमयू के वीसी एसपी सिंह ने कहा कि हमारे पास पेंशन के भुगतान के लिए कोई फंड नहीं है। सरकार ने एक माह की पेंशन व तीन माह के वेतन के लिए फंड दिया था। उसका भुगतान किया जा चुका है। हमें जैसे ही फंड मिलेगा, शेष राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।  


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