अनंत चतुर्दशी पर शिवमय हुआ शिवहर, चहुंओर हर-हर महादेव की जयकार
अनंत चतुर्दशी पर देकुली धाम में जलाभिषेक को उमड़ा आस्था का सैलाब। अलसुबह से हीं जलाभिषेक को लगी भक्तों की कतार हजारों लोगों ने किया बाबा भुवनेश्वरनाथ महादेव का जलाभिषेक। मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन समेत विभिन्न आयोजन जारी।
शिवहर, जासं। अनंत चतुर्दशी के अवसर पर भगवान शिव की स्थली शिवहर, शिवमय हो गई है। देकुली धाम व गुगलनाथ समेत विभिन्न शिवालयों में जलाभिषेक के लिए आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। चहुंओर हर-हर महादेव का नारा और बोल बम का जयकारा गूंज रहा है। प्रसिद्ध देकुली धाम स्थित बाबा भुवनेश्वरनाथ महादेव मंदिर भी आस्था और भक्ति में डूबा हुआ है। यहां जलाभिषेक के लिए अलसुबह से ही हजारों भक्तों की कतार लगी है। लोग डुब्बा घाट स्थित बागमती नदी से पवित्र जल लेकर बाबा का जलाभिषेक कर रहे है। शिवहर के अलावा सीतामढ़ी, चंपारण, मुजफ्फरपुर और नेपाल से भी लोग यहां पहुंचकर जलाभिषेक कर रहे है। इनमें विभिन्न इलाकों से आए हजारों कांवरियां भी शामिल है। देकुली धाम में आधी रात से ही जलाभिषेक को कतार लगी रही। सुबह होते ही जलाभिषेक के लिए कई मीटर लंबी कतार लग गई। सुबह दस बजे तक 50 हजार से अधिक लोग जलाभिषेक कर चुके है। इस बार दो लाख से अधिक लोगों के जलाभिषेक का अनुमान है। मंदिर के आसपास विशाल मेले का भी आयोजन किया गया है। जिसमें भारी भीड़ है। उधर, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मंदिर से लेकर मंदिर परिसर, आसपास के इलाके और मेला परिसर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात किए गए है। अधिकारी और दंडाधिकारियों की टीम भी पूरी मुश्तैदी से विधिध व्यवस्था और सुरक्षा का पालन कराने में लगी है।
सीसीटीवी से इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है। एसडीओ मो. इश्तियाक अली अंसारी, एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय, बीडीओ मो. वाशिक हुसैन, सीओ कुमारी पुष्पलता व थानाध्यक्ष अनिल कुमार के अलावा बड़ी संख्या में अधिकारियों की टीम मंदिर परिसर में तैनात है। जबकि, मंदिर प्रबंधक विकास चंद्र भारती, सुभाषचंद्र भारती, उमेश भारती, पवन भारती, अन्टु भारती आदि लोग भी श्रद्धालुओं की सेवा में लगे है। बताते चलें कि, अनंत चतुर्दशी पर देकुली धाम में जलाभिषेक की परंपरा दशकों पुरानी है। इस अवसर पर यहां भव्य मेला भी लगता है। इसके अलावा देकुली धाम में रविवार को जलाभिषेक की परंपरा है। इस बार रविवार और अनंत चतुर्दशी का पर्व साथ-साथ है। लिहाजा लोगों की अधिक भीड़ उमड़ पड़ी है। दूसरी ओर कोरोना की पहल से मार्च 2020 के बाद पहली बार लोगों को जलाभिषेक का मौका मिला है। ऐसे में यहां आस्था का महासैलाब उमड़ पड़ा है।