Sheohar: सदर अस्पताल रोड की नहीं बदली तस्वीर, जर्जर सड़क बनी रही हादसे का सबब
Sheohar News वैसे तो लोग इलाज के लिए अस्पताल आते है। लेकिन सड़क की जर्जरता की वजह से हादसे का शिकार बन जाते है। एक साल से अधिक समय से लोग सदर अस्पताल रोड के सड़क की जर्जरता की वजह से हैं परेशान। शिकायत और गुहार का भी असर नहीं।
शिवहर, जागरण संवाददाता। सरोजा सीताराम सदर अस्पताल जाने वाली जर्जर सड़क की तस्वीर नहीं बदल सकी है। वैसे तो लोग इलाज के लिए अस्पताल आते है। लेकिन, सड़क की जर्जरता की वजह से हादसे का शिकार बन जाते है। इस सड़क की हालत बेहद खराब हो चुकी है। बार-बार आवेदन और गुहार के बावजूद सड़क की तस्वीर नहीं बदल सकी है। मरम्मत और निर्माण के प्रति शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधि बेपरवाह बने हुए है। इसका खमियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। सड़क की यह स्थिति को नई नहीं है। पिछले एक साल से अधिक समय से यही हाल है।
शहर से बीच स्थितसदर अस्पताल तक जाने वाली सड़क 500 मीटर में एकदम जर्जर एवं क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके कारण लोगों को अस्पताल जाने में काफी परेशानी होती है। नगर के नवाब हाई स्कूल के निकट से सरोजा सीताराम सदर अस्पताल तक जाने वाली सड़क की स्थिति काफी दयनीय है। सड़क में जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। वही सड़क के उपर किया गया कालीकरण भी उखड़ गया है। ईट, गिट्टी एवं रोडा सड़क पर बिखरे हैं। नवाब हाई स्कूल के अल्पसंख्यक छात्रावास के निकट स्थित पुलिया भी क्षतिग्रस्त है। इस कारण रात में दुर्घटना की संभावना रहती है। खासकर अस्पताल में इलाज कराने जाने वाले मरीजों को काफी परेशानी होती है। अस्पताल में जाने से पहले दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इस सड़क की दयनीय स्थिति पिछले कई माह से बनी हुई है। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है।
सरोजा सीताराम सदर अस्पताल के भूमिदाता सह जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शिशिर कुमार बताते हैं कि, उन्होंने दर्जनों बार विभाग और अधिकारियों को आवेदन देकर ध्यान आकृष्ट कराया। लेकिन कोई पहल नहीं की गई। बरसात के दौरान यह सड़क जलजमाव और कीचड़ में तब्दील था। वर्तमान में धूल में तब्दील यह सड़क हादसे का कारण बन रही है। सामाजिक कार्यकर्ता मुकुंद प्रकाश मिश्रा बताते हैं कि, जिले के लोग इमरजेंसी में मरीज को लेकर इलाज के लिए सदर अस्पताल लाते है। लेकिन सड़क की जर्जरता के चलते हादसे की वजह से खुद जख्मी होकर मरीज बन जाते है। बताते हैं कि, यहां से आते-जाते एंबुलेंस भी हादसे का शिकार बन जाते है।