शिवहर में अनोखा परिणाम, पंचायत चुनाव में मां-बेटे की बल्ले-बल्ले, बहू ने किया निराश, जानिए पूरा माजरा
Bihar panchayat chunav result जिला परिषद सीट से बेटे ने दर्ज की चौथी बार जीत। बेलहिया पंचायत से मां सब्जपरी देवी ने दोबारा पाया मुखिया का ताज। परिवार के तीन सदस्य चुनावी मैदान में आजमा रहे थे किस्मत। पोझिया पंचायत से पत्नी सह पूर्व जिला पार्षद मुखिया पद पर हारी।

शिवहर, जासं। जिले की तरियानी प्रखंड में हुए पंचायत चुनाव में पति ने जहां चौथी बार जीत दर्ज की हैं, वहीं पत्नी की किस्मत दगा दे गई है। अबतक जारी चुनाव परिणाम के तहत जिला परिषद सीट से जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष सह निवर्तमान जिला पार्षद मनीष कुमार ने जीत का क्रम बरकरार रखा है। वह चौथी बार चुनाव जीते है। मनीष ने 9008 मत प्राप्त कर मो. इब्राहिम को 483 मतों के अंतर से शिकस्त दी है। मो. इब्राहिम को 8525 मत मिले है। मनीष पहली बार 2001 में जिला पार्षद चुने गए थे।
वहीं जिला परिषद के अध्यक्ष भी बने थे। वर्ष 2006 में इस सीट से उनकी पत्नी कुमारी रागिनी ने जीत का परचम लहराया था। इसके बाद वर्ष 2011, 2016 व 2021 के चुनाव में मनीष ने लगातार जीत की हैट्रिक बनाई है। जबकि, पोझिया पंचायत से मनीष कुमार की पत्नी और पूर्व जिला पार्षद कुमारी रागिनी मुखिया पद से चुनाव हार गई है। पोझिया पंचायत से मो. इफ्तेखार ने रामाशंकर सिंह को 230 मतों से हरा दिया है। मो. इफ्तेखार को 1464 और रामाशंकर सिंह काे 1234 मत मिले है। कुमारी रागिनी को महज 1052 मत ही मिल सके। हालांकि, बेलहिया पंचायत से मनीष की दादी व निवर्तमान मुखिया सब्जपरी देवी ने भी जीत का क्रम बरकरार रखा है। वह दूसरी बार पंचायत की मुखिया चुनी गई है।
जिला परिषद की तरियानी उत्तरी सीट और बेलहिया पंचायत की सीट मनीष के परिवार की परंपरागत सीट रही है। इस सीट से उनके भाई नीरज कुमार पप्पू भी मुखिया रह चुके है। स्थानीय लोगों के अनुसार यह परिवार आम जनता के प्रति समर्पित रहा है। मनीष के चाचा शशिभूषण सिंह शिवहर जिला भाजपा के अध्यक्ष रहे है। उनकी गिनती पार्टी के निष्ठावान और समर्पित नेताओं में होती है। मनीष, उनकी पत्नी और दादी समेत परिवार के तीन सदस्यों ने चुनाव लड़ा था। बेलहिया निवासी मनीष खुद जिला परिषद से और दादी सब्जपरी देवी बेलहिया पंचायत से मुखिया चुन गई गई है। पड़ोसी पंचायत पोझिया से मुखिया पद पर मनीष की पत्नी कुमारी रागिनी चुनाव हार गई हैं।
Edited By Dharmendra Kumar Singh