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मुजफ्फरपुर जिले में बाढ़ और बरसात में खतरनाक साबित हो रहे जर्जर विद्युत तार

मीनापुर प्रखंड के मकसूदपुर गांव में 11000 केवीए का एचटी तार नीचे लटका हुआ है। इलाके के लोगों के साथ कभी अप्रिय घटना हो सकती है। पिछले साल दो महिला और दो पुरुष करंट की चपेट में आने से झुलस गए थे। सैकड़ों पोल-ट्रासफार्मर जंगली पौधे से घिरे हैं।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 18 Aug 2021 09:06 AM (IST)Updated: Wed, 18 Aug 2021 09:06 AM (IST)
आइपीडीएस से जिले में चल रहा जर्जर तार-पोल व ट्रांसफार्मर बदलने का कार्य, गति है धीमी। प्रतीकात्मक फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। बाढ़-बरसात में जर्जर बिजली के तार खतरनाक साबित हो रहे हैं। बिजली के तार टूटकर गिरने के चलते हादसे हो रहे हैं। बिजली विभाग की मेहरबानी से जर्जर तार व पोल बदलने की दिशा में सिलसिलेवार ढंग से कार्य नहीं चल पा रहे। इसके चलते मनमाने तरीके से तार-पोल बदलने की कार्रवाई चल रही। आइपीडीएस से जिले के सभी इलाकों में कार्य चल रहा। दो सालों में सभी जगहों से जर्जर पोल-तार बदलकर जर्जर तारों को हटा देना था। लेकिन तार-पोल बदलने का मामला थोड़ा ढीला-ढाला चल रहा। इसके कारण लोगों की जान हमेशा सांसत में है। मीनापुर प्रखंड के मकसूदपुर गांव में 11000 केवीए का एचटी तार नीचे लटका हुआ है। इलाके के लोगों के साथ कभी अप्रिय घटना हो सकती है। पिछले साल दो महिला और दो पुरुष करंट की चपेट में आने से झुलस गए थे। सैकड़ों पोल-ट्रासफार्मर जंगली पौधे से घिरे हैं। मेंटेनेंस के नाम पर मिल रहे पैसे का कितना सदुपयोग हो रहा कि यह जांच का विषय है। मदारीपुर कर्ण निवासी अमरेंद्र कुमार ने बताया कि जर्जर तार की वजह से उनके इलाके में हमेशा लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। दामोदरपुर में अभी भी कई जगहों पर बांस-बल्ली के सहारे बिजली सप्लाई हो रही। बारिश के मौसम में बेहद खतरनाक हो सकता है। भिखनपुर मोहल्ला निवासी विवेक कुमार ने बताया कि बिजली को लेकर भिखनपुर में हमेशा परेशानी रहती है। 

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एक लाख बिल बता काट दी स्कूल की बिजली

हरिहरनारायण कन्या मध्य विद्यालय को खुले हुए मात्र एक दिन ही हुआ था कि विद्युत विभाग के कुछ कर्मी ने आकर एक लाख से अधिक बिल बकाया बताकर उनकी बिजली काट दी। साथ में एक पर्ची थमा दी। हेडमास्टर अर्चना कुमारी ने इसकी शिकायत डीपीओ और संबंधित विद्युत अधिकारी से की है। आवेदन में कहा है कि 5 अप्रैल के बाद 15 अगस्त 2021 तक के लंबी अवधि के पश्चात विभागीय आदेश के आलोक में विद्यालय खुला है। विद्यालय में दोपहर डेढ़ बजे नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड मुजफ्फरपुर से तीन व्यक्ति आए और एक पत्र देकर पोल से लाइन काट दिए। इस पत्र में विद्युत आपूर्ति प्रशाखा का नाम नहीं है और इलाके के कनीय विद्युत अभियंता का हस्ताक्षर भी नहीं है। विद्यालय का पूरा नाम और पता भी स्पष्ट नहीं है। इसके अतिरिक्त पत्र में नोटिस संख्या, मीटर संख्या, विद्युत विच्छेदन के समय, मान पठन भी अंकित नहीं है। मनमाने तरीके से 1,08402 रुपये लिखा हुआ है। अप्रैल 2021 का बिजली बिल सामान्य है। इससे पूर्व विद्यालय में बिल से संबंधित किसी प्रकार की सूचना नहीं मिली है। उन सभी व्यक्तियों का आचरण, भाषा और व्यवहार अमर्यादित था। इधर विद्युत अधिकारियों ने इस बात से अनभिज्ञता जाहिर की।  


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