Darbhanga: औचक छापेमारी में एसएफसी के गोदाम 330 बोरा अनाज जब्त, अब होगी कार्रवाई
Darbhanga News मब्बी थाना क्षेत्र के गेहुंमी स्थित एक गोदाम में सहायक समाहर्ता ने की छापेमारी सदर एमओ उदय कुमार सानू ने मब्बी थाने में दर्ज कराई प्राथमिकी हड़कंप जब्त बोरियों पर लगा है राज्य खाद्य निगम का लोगो कालाबाजारियों की बेचैनी बढ़ी
दरभंगा, जासं। जिले में अनाज चोरी प्रकरण मामले में रोज नए चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। इसके कारण कई लोगों की नींद उड़ गई है। इसी कड़ी में 6 जून को गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई में शिवधारा स्थित आरके ट्रेङ्क्षडग गोदाम से खाद्य निगम का अनाज जब्त किया गया। बताया जाता हैं कि गोदाम को सील कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। दरभंगा सदर के एमओ उदय कुमार सानू के आवेदन पर मब्बी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। आवेदन में कहा गया हैं कि गुप्त सूचना पर केवटी सह सदर सीओ अजीत कुमार झा के साथ शिवधारा के गेहुंमी स्थित उक्त गोदाम पहुंचे। जहां गोदाम बंद था। उसे खुलवाया गया। गोदाम की जांच में 330 बोरा गेहुं मिला। प्रथम ²ष्टया में सरकारी खाद्यान्न होने की बात कही गई है।
प्रत्येक बोरा पर राज्य खाद्य निगम का लोगो लगा हुआ पाया गया। इस संबंध में एक वीडियो भी मिला है। जिसमें एक ट्रक और एक पिकअप दिखाई दे रहा है। जिससे यह प्रतीत होता है कि कालाबाजारी के लिए इन गाडिय़ों का उपयोग किया गया है। गोदाम से जब्त सरकारी अनाज को जिम्मेनामा के आधार पर ङ्क्षसहवाड़ा के सहायक प्रबंधक रंधीर कुमार को हस्तगत कराया गया है। इस दौरान राज कुमार पूर्वे की ओर से कुछ बिल दिखाया गया है। जिसकी जांच जरूरी है। बता दें कि रविवार की रात सूचना मिलने के बाद सहायक समाहर्ता अभिषेक पलासिया ने गोदाम पर छापेमारी की थी। यह गोदाम ठीक मब्बी थाना के पीछे है। पूर्व में भी इस इलाके से सरकारी अनाज जब्त किया गया था
जिला प्रशासन के लिए गले की हड्डी बनते जा रहा अनाज चोरी का खेल
जिले में खाद्यान्न चोरों का नेटवर्क काफी तगड़ा है। इनको कतिपय दबंग किस्म के सफेदपोशों का संरक्षण प्राप्त है। जिला प्रशासन के रडार पर सभी संबंधित लोग हैं। इसमें कुछ सामने हैं तो कई चेहरे पर्दे के पीछे है। कई सरकारी कर्मी और अधिकारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। कई ट्रांसपोर्टर भी निशाने पर हैं। सूत्र बताते हैं कि पिछले कुछ दिनों से जिले में चल रहा अनाज चोरी का खेल जिला प्रशासन के लिए गले की हड्डी बनते जा रहा है। सो, कार्रवाई की रुपरेखा तैयार की जा रही है। केवल चोरों के पूरे सबूत के साथ फंसने का इंतजार बाकी है। आला अधिकारियों की नजरें सबपर गड़ी हैं। अनाज ढोने वाली गाडिय़ों से लेकर गोदाम पर रहने वाले अधिकारी और कर्मचारी तक की भूमिका संदेह के घेरे में है। हालांकि, इसपर कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे है। प्रारंभिक जांच में जो बात सामने आई है, उससे अधिकारी काफी नाराज है। जिले की छवि को खराब करने वालों पर नकेल कसने की तैयारी भी चल रही है। इधर, जिला प्रशासन के सख्त रुख से विभागीय अधिकारी और कर्मियों में हड़कंप मचा है। कोई इस वक्त जरा सा भी रिश्क नहीं लेना चाह रहा है। जानकारी मिली है कि पहले जहां फोन पर इस घटना को अंजाम दिया जाता था, इस कार्रवाई के बाद सभी सचेत हो गए है।
छापेमारी की खबर सुनते ही एक विभागीय कर्मी रात भर लगाता रहा थाने के आसपास चक्कर
राज्य खाद्य निगम में वर्षों से जमा एक कर्मी छापेमारी की सूचना के बाद बेचेन हो गया। फोन कर अपने लोगों से जानकारी लेने लगा कि कहीं आपका माल तो पकड़ा नहीं गया। इससे भी चैन नहीं मिला तो पहुंच गया शिवधारा स्थित उक्त गोदाम के आसपास। सेङ्क्षटग करने में जुट गया। बताया जाता हैं कि पूरी रात यह कथित बिचौलियों को बचाने की भूमिका निभा रहा था।
दो गोदाम प्रबंधकों से स्पष्टीकरण
जिला आपूर्ति पदाधिकारी सह प्रभारी जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम अजय कुमार ने सोमवार को दो सहायक गोदाम प्रबंधकों से स्पष्टीकरण पूछा है। इनमें एक आनंद प्रेम व दूसरा एक अन्य है। बताया कि रविवार को गुप्त सूचना के आधार पर शिवधारा स्थित एक गोदाम में छापेमारी की गई थी। जिम्मेनामा को लेकर दोनों को फोन किया गया। दोनों का मोबाइल स्विच ऑफ था।