यूपी-पंजाब में सात बिहारी मजदूरों की मौत: चार का जहरीली गैस से दम घुटा, दो की विषाक्त भोजन से गई जान
बिहार के अाधा दर्जन से अधिक मजदूरों की मौत बाहर के प्रदेशों में हो गई है। बताया जाता है कि यूपी में पांच तथा पंजाब में दो मजदूर अलग-अलग घटनाओं की चपेट में अा गए।
पटना, जेएनएन। बिहार के अाधा दर्जन से अधिक मजदूरों की मौत बाहर के प्रदेशों में हो गई है। बताया जाता है कि यूपी में पांच तथा पंजाब में दो मजदूर घटना की चपेट में अाए हैं। यूपी में जहरीले गैस तो पंजाब में विषाक्त भोजन से मजदूरों की मौत हो गई है। यूपी में मरनेवाले सभी मजदूर बिहार के समस्तीपुर तो पंजाब में मरनेवाले मजदूर पश्चिमी चंपारण के थे। हालांकि समस्तीपुर के मजदूरों की पहचान नहीं हो पाई है, जबकि बगहा के मजदूरों के घर में कोहराम मचा हुआ है।
यूपी में पांच मजूदरों की मौत
यूपी के गाजियाबाद से जेएनएन के अनुसार, सिहानी गेट थाना क्षेत्र की कृष्णा कुंज कॉलोनी में गुरुवार को सीवर की जहरीली गैस से पांच मजदूरों की मौत हो गई। बताया जाता है कि ये सभी बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले थे। फिलहाल किसी की शिनाख्त नहीं हुई है। शवों को सीवर से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जानकारी के अनुसार नंदग्राम के पास कृष्णा कुंज में उत्तर प्रदेश जल निगम नई सीवर लाइन को पुरानी सीवर लाइन से जोड़ने का काम करा रहा था। दोपहर में जैसे ही एक मजदूर नई सीवर लाइन के चैंबर को पुरानी लाइन से जोड़ने के लिए ढक्कन हटाकर सीवर में उतरा, जहरीली गैस ने उसकी सांसें रोक दीं। बाहर खड़े मजदूरों ने अंदर उतरे साथी को आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। उसके बाद एक-एक कर चार और मजदूर सीवर में उतरे। जहरीली गैस से उनका भी दम घुट गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि सभी मजदूर बिहार के रहने वाले थे। किसी की शिनाख्त नहीं हो सकी है। हालांकि यूपी की येागी सरकार ने 10-10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।
पंजाब में दो मजदूरों की मौत
बगहा से जेएनएन के अनुसार पंजाब के अमृृतसर जिले के अलगू कोठी पिंड में बगहा के दो मजदूरों की मौत विषाक्त भोजन करने से हो गई। मरनेवालों में बगहा एक प्रखंड के टेसरहिया बथवरिया पंचायत स्थित मानपुर मठिया गांव निवासी कोमल चौधरी, उम्र 30 वर्ष और मलाही टोला मकरी निवासी नंदू चौधरी उम्र 12 वर्ष शामिल हैं। दोनों करीब तीन महीने पूर्व मजदूरी करने के लिए पंजाब गए थे। अमृतसर जिले के अलगू कोठी पिंड में किराये का मकान लेकर रह रहे इन मजदूरों ने बुधवार की रात्रि मांस व चावल खाया। भोजन करने के कुछ देर बाद दोनों मजदूरों की स्थिति बिगड़ने लगी। अाननफानन में दाेनों को निकटवर्ती अस्पताल ले जाया गया। जहां नंदू की मौत बुधवार की रात्रि तथा कोमल चौधरी की मौत गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे हुई। घटना की सूचना मिलते ही मृतकों के गांव में मातम पसर गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। नंदू के पिता रामदेव चौधरी व कोमल के पिता जयनारायण चौधरी समेत अन्य पंजाब के लिए रवाना हाे चुके हैं। ग्रामीणों के अनुसार परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण शवों को गांव नहीं लाया जएगा। परिजनों की मौजूदगी में वहीं अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।