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दसवीं के बाद सोंच-समझकर विषयों का चयन करें

मुजफ्फरपुर। दसवीं तक सभी बच्चे विज्ञान, कला एवं वाणिज्य विषय की संयुक्त रुप से पढाई करते हैं। इसके ब

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Jun 2018 04:11 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jun 2018 04:11 PM (IST)
दसवीं के बाद सोंच-समझकर विषयों का चयन करें
दसवीं के बाद सोंच-समझकर विषयों का चयन करें

मुजफ्फरपुर। दसवीं तक सभी बच्चे विज्ञान, कला एवं वाणिज्य विषय की संयुक्त रुप से पढाई करते हैं। इसके बाद प्लस टू से विज्ञान, कला एवं वाणिज्य विषय की अलग-अलग पढाई होती है। छात्र अपने रुचि के हिसाब से संकाय का चयन करते हैं। जिसे विज्ञान में रुचि है, वे विज्ञान विषय की पढाई करते हैं। जिसे कला में रुचि है वे कला संकाय में एडमिशन कराते हैं। वाणिज्य में रूचि रखने वाले वाणिज्य में नामांकन कराकर पढाई करते हैं। अर्थात दसवीं के बाद ही बच्चे अपने रुचि के अनुसार सब्जेक्ट का चुनाव करते हैं। सभीं विषयों का अपना महत्व है। विज्ञान, कला एवं वाणिज्य तीनों में ही आगे अपना बेहतर कैरियर बना सकते हैं। सभी का अपना महत्व है। ऐसे में दसवीं पास करने के बाद बच्चों को अपने रूचि के अनुसार एवं आगे के कैरियर को ध्यान में रखकर ही विषय का चुनाव करना चाहिए। एक्सपर्ट की मानें तो हर क्षेत्र का अपना महत्व है। साइंस की पढाई कर डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक के साथ- साथ आईएस एवं आईपीएस भी बना जा सकता है। जबकि आ‌र्ट्स विषय की पढाई कर भी आईएस, आईपीएस एवं कई क्षेत्रों में कैरियर बनाया जा सकता है। वाणिज्य विषय का भी अपना महत्व हैं। देश की अर्थव्यवस्था से सीधे जुड़ा जा सकता है। ऐसे में सोंच समझकर विषयों का चयन करना चाहिए। अभिभावकों को भी चाहिए कि वे बच्चों की रुचि के अनुसार आगे की पढाई करने दें। दबाव देकर किसी विषय लेकर पढने के लिए न कहें । बच्चे जब अपने रुचि के अनुसार विषय का चुनाव करेंगे तो उन्हें आगे जरुर सफलता मिलेगी।

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डॉक्टर, इंजीनियर बनना हो तो करें साइंस से पढाई

फोटो : 26एसएएम 15

बालिका उच्च विद्यालय काशीपुर के विज्ञान शिक्षक राजीव लोचन कहते हैं कि साइंस विषय में छात्रों के लिए बेहतर अवसर होते हैं। इंटर में गणित विषय के साथ यदि पढाई करते हैं तो वे इंजीनिय¨रग कर सकते हैं। जबकि जीव विज्ञान से पढाई करते हैं तो डॉक्टर, पारा मेडिकल आदि के क्षेत्र में जा सकते हैं। जीव विज्ञान वाले आगे चलकर एग्रीकल्चर की पढाई भी कर सकते हैं। देश के बड़े-बड़े साइंटिस्ट विज्ञान विषय की पढाई कर ही बनते हैं। आईएएस, आईपीएस से लेकर ढेर सारे क्षेत्र हैं, जिसमें बच्चे इस विषय की पढाई कर आगे बढ सकते हैँ। तकनीकि के क्षेत्र में कोई कैरियर बनाना चाहता है तो उसे विज्ञान विषय से ही पढाई करना बेहतर रहेगा। स्कूल के शिक्षक से लेकर विवि के प्राध्यापक तक साइंस विषय की पढाई कर आप बन सकते हैं


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