Bihar Assembly Elections 2020 : कसने लगा शिकंजा, तमंचे के धंधेबाजों की खंगाली जा रही कुंडली
Bihar Assembly Elections 2020 शहरी व ग्रामीण इलाके में तमंचा लहरानेवाले शातिरों पर पुलिस की नजर। किसी भी घटना में हथियार के उपयोग करनेवालों की खोज तेज।
दरभंगा, जेएनएन। Bihar Assembly Elections 2020 : निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा चुनाव को संपन्न कराने के लिए पुलिस ने जमीनी स्तर पर काम शुरू किया है। तमंचे के धंधेबाजों पर पुलिस की नजर है। हथियारों को अवैध नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए पुलिस गोपनीय तौर पर ऑपरेशन चला रही है। जिले के अलावा पड़ोसी जिलों के हथियार सौदागरों की सूची पुलिस ने तैयार की है। इस सूची में टॉप पर एक मिनी गन फैक्ट्री का संचालक भी शामिल है। गोपनीय तौर पर चल रहे इस अभियान की गतिविधि पर स्वयं एसएसपी बाबू राम की नजर है। जेल में बंद हथियार के सौदागारों की भी कुंडली खंगाली जा रही है। पिछले तीन महीनों में जिस तरह से हथियारों की बरामदगी हुई है, उसको लेकर पुलिस अलर्ट है। एसएसपी ने साफ कहा है कि इस मामले में संबंधित पुलिस अधिकारियों को सूक्ष्म जांच करनी है। ताकि, ऐसे तत्व जेल में रहें और उन्हें सजा मिले। इस काम में शिथिलता बरतनेवाले पदाधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मिनी गन फैक्ट्री संचालक की खोज तेज
नगर थाने की पुलिस ने एक जुलाई को चार बदमाशों को गिरफ्तार किया था। इनमें सदर थाना क्षेत्र के कंवरिया गांव निवासी प्रवीण यादव, मिर्जापुर चौक स्थित गौरी गैरेज के मालिक व गंगवाड़ा निवासी राहुल शर्मा, लहेरियासराय थाना क्षेत्र के मोगलपुरा निवासी मो. मेहराज और मो. नौशाद के पास से एक देसी राइफल सहित दो पिस्टल और कारतूस जब्त किया था। लेकिन, गिरोह का सरगना और पूर्व मिनी गन फैक्ट्री संचालक पप्पू विश्कर्मा अब तक फरार है। पुलिस को शक है कि पप्पू फिर से हथियारों का सौदागर बन गया है। इस बीच उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
मुंगेर के डॉन ने फैला रखा है नेटवर्क
शहर के इमामबाड़ी मोहल्ला से तीन जून को पकड़े गए आधा दर्जन हथियार तस्करों में मुंगेर जिले का बबल डॉन उर्फ कर्मवीर मिश्रा भी शामिल था। उसकी गिरफ्तारी काफी अहम थी। लेकिन, सही से पूछताछ नहीं हुई। इससे बड़े हथियारों के विषय में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। सूत्रों अनुसार एके-47 की भी डील हुई थी। इससे पुलिस आज भी अनभिज्ञ है। मुंगेर जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के रामङ्क्षसह टोला निवासी किशोरी मिश्र के पुत्र बबल, गृहस्वामी अब्दुल्ला, रहमगंज के फराज सिद्दीकी, राशिद खान, युसूफ खान, कटहलबाड़ी निवासी इरशाद उर्फ सोनू खान को पिस्टल की 31 कारतूस के साथ दबोचा गया था। नाका नंबर छह निवासी शनि को बीस कारतूस और एक पिस्टल एवं दारूभट्टी चौक स्थित जीएनगंज निवासी मो. नेहाल के हाथों 29 कारतूस बेचने की बात बबल ने स्वीकार किया था। दोनों खरीदार पुलिस गिरफ्त से बाहर है। बबल के कई साथी शहर में मौजूद हैं। इस स्थिति में पुलिस फिर से घेराबंदी करने में लगी है।