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पढ़ाई पर बाढ़ का कहर, स्कूल बंद होने से 50 हजार बच्चों की पढ़ाई बाधित Muzaffarpur News

400 स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई ठप कोर्स में पिछड़ रहे बच्चे। 01 पखवारे से स्कूल नहीं जा रहे बच्चे मध्याह्न भोजन भी बंद। बच्चों को सता रही कोर्स पूरा नहीं होने की चिंता।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 29 Jul 2019 09:08 AM (IST)Updated: Mon, 29 Jul 2019 09:08 AM (IST)
पढ़ाई पर बाढ़ का कहर, स्कूल बंद होने से 50 हजार बच्चों की पढ़ाई बाधित Muzaffarpur News
पढ़ाई पर बाढ़ का कहर, स्कूल बंद होने से 50 हजार बच्चों की पढ़ाई बाधित Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में बाढ़ से करीब 400 स्कूल प्रभावित हैं। कई में पानी भरा हुआ है या पानी से घिरे हुए हैं। इन तक पहुंचने के रास्ते बंद हैं। इसके कारण 50 हजार से अधिक बच्चे पिछले एक पखवारे से स्कूल नहीं जा रहे। शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बच्चों को कोर्स पूरा करने की चिंता सताने लगी है। स्कूल बंद होने से मध्याह्न भोजन भी बंद है। उफनाईं नदियों के तांडव से जनजीवन अस्त-व्यस्त है।

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 जिले के औराई, कटरा, गायघाट, मीनापुर, बोचहां, मुशहरी सहित अन्य इलाकों में नदियां बौराई हुई हैं। इन इलाकों के प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक व उच्चतर स्कूलों के बच्चे घर छोड़ चुके हैं। ये कहीं सड़क पर विस्थापित जीवन जी रहे या किसी रिश्ते-नाते में जाकर रह रहे। स्कूलों में पानी भर जाने से बच्चों के साथ शिक्षक भी अनुपस्थित हो रहे। प्राचार्यों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों में जुलाई माह की शुरुआत से ही पानी घुसने के बाद जिला प्रशासन के आदेश पर स्कूलों को बंद कर दिया गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ. विमल ठाकुर ने बताया कि स्कूल खुलने पर बच्चों को मध्याह्न भोजन दिया जाएगा।

इस बारे में डीईओ डॉ. विमल ठाकुर ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों के बच्चों को अवकाश के दिनों में पढ़ाया जाएगा। स्कूलों में समय बढ़ाकर पढ़ाई और कोर्स की भरपाई की जाएगी। 

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