जन-धन के जरिए बैंकों से जुड़े 2.10 लाख गरीब, बचत की बढ़ी प्रवृत्ति
जन धन योजना के तहत कुल 2 लाख 10 हजार 211 गरीबों के खुले बैंक खाते खाता के मामले में मेजरगंज प्रखंड अव्वल बैंकों में खाता खुलना हो गया आसान।
सीतामढ़ी, जेएनएन। प्रधानमंत्री जन धन योजना ने गरीबों की ङ्क्षजदगी बदल दी है। इस योजना के तहत न केवल गरीबों का बैंकों में खाता खुलना आसान हो गया है, बल्कि गरीब इस बैंक खाते के जरिए बचत भी करने लगे हैं। पूर्व में बैंक खाता खुलवाने के लिए हजारों गरीब बैंकों का चक्कर काट कर रह जाते थे, लेकिन बैंक में खाता नहीं खुल पाता था। कुल मिला कर बैंक में खाता गरीबों के लिए सपना ही था। लेकिन, प्रधानमंत्री की पहल पर शुरू हुई जन धन योजना के तहत अब गरीबों का भी बैंक खाता है।
जिले के तमाम बैंकों ने गरीबों का जन धन खाता खोला है। इसके तहत जिले के 17 प्रखंडों में विभिन्न बैंकों ने कुल 2 लाख 10 हजार 211 गरीबों का जन धन खाता खोला है। इन खातों में गरीबों को डीबीटी की रकम मिल रही है। इसके अलावा गरीब बचत भी कर रहे है। जन धन खाता के मामले में जिले का मेजरगंज प्रखंड अव्वल है। मेजरगंज प्रखंड में सर्वाधिक 18 हजार 215 लोग जन धन के जरिए बैंक से जुड़े है।
इसके अलावा रून्नीसैदपुर में 12890, बेलसंड में 13200, रीगा में 12500, डुमरा में 13,000, नानपुर में 14200, पुपरी में 11626, चोरौत में 11619, बैरगनिया में 13700, सोनबरसा में 12301, परिहार में 11900, बथनाहा में 13600, सुप्पी में 14200, बोखड़ा में 12200, बाजपट्टी में 12500, सुरसंड में 12400 और परसौनी प्रखंड में 12360 गरीब जन धन खाता धारक हैं।