Saptakranti express के एसी-स्लीपर में बढ़ी और जनरल में कम हो गईं सीटें, यह हुई व्यवस्था Muzaffarpur News
एलएचबी कोच में सीट बढऩे से आरएसी व वेटिंग को फायदा। 120 दिन पहले कोच संख्या 11 में सीट बुक कराने वाले यात्रियों को दूसरे कोच में सीट आवंटित कर मैसेज से सूचना दी जा रही है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मुजफ्फरपुर से चलकर आनंद बिहार जाने वाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस में एलएचबी कोच जुडऩे से एसी व स्लीपर में सीट बढ़ गई है। वहीं जनरल में प्रति कोच में पचास सीट कम हो गई है। एसी व स्लीपर श्रेणी में सीट बढऩे से आरएसी व वेटिंग वाले यात्रियों को फायदा मिलेगा। इधर, नए कोच लगने के बाद भी पुराने कोच के आधार पर ही सीट की बुकिंग हो रही है।
जानकारी के अनुसार सप्तक्रांति एक्सप्रेस के पुराने रैक में स्लीपर के 11 कोच लगाए जाते थे, लेकिन एलएचबी कोच होने से स्लीपर कोच की संख्या 10 हो गई। 11 नंबर की कोच नहीं है। इससे 120 दिन पहले कोच संख्या 11 में सीट बुक कराने वाले यात्रियों को दूसरे कोच में सीट आवंटित कर मैसेज से सूचना दी जा रही है। इसके बावजूद नये कोच में आठ सीट खाली बच रहा है। सूत्रों ने बताया कि इन खाली सीटों पर टीटीई की नजर है।
जनरल यात्रियों की परेशानी बढ़ी
जनरल कोच में सीट कम होने से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। कोचिंग डिपो के अधिकारी ने कहा कि एलएचबी कोच लगने से एसी व स्लीपर में सीट बढ़ी है। आरक्षण कार्यालय को सीट का पूरी लिस्ट उपलब्ध करा दी गई है।
प्रत्येक कोच में बढ़ीं 4 सीटें
नए कोच में प्रथम श्रेणी का 24 सीट का एक कोच लगाया जाता है। इसमें 4 सीट बढ़ी है। एसी-2 का 52 सीट का एक कोच लगाया जाता है। इसमें भी 4 सीट बढ़ाई गई है। वहीं तृतीय श्रेणी के 3 कोच लगाए जाते है। इसमें 216 सीट हैं आर 24 सीट बढ़ाई गई है। स्लीपर श्रेणी में 72 सीट वाले पुराने कोच के बदले 80 सीट वाले 10 कोच लगाए जाते हैं। इसमें भी प्रत्येक कोच में 8 सीट बढ़ी है। पुराने रैक में स्लीपर का 11 कोच लगता था, लेकिन अब नए रैक में 10 कोच ही होंगे। पुराने रैक में जनरल कोच में 150 सीट थीं। इसमें 4 जनरल कोच लगाया जाता है। प्रत्येक में 50 सीट घट गई है ऐसे में इनमें अब 100 सीट ही उपलब्ध है।