Smart City News: संजय कुमार केजरीवाल बोले- शहर को सेक्टर में बांटकर हो कचरा प्रबंधन की व्यवस्था
नगर निगम के प्रोजेक्ट ऑक्सीजन के निदेशक संजय कुमार केजरीवाल ने दिए अहम विचार। कहा- गीले कचरे को मोहल्ला एवं कॉलोनी के अंदर ही कंपोस्ट करने की व्यवस्था करनी होगी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। कूड़े-कचरे की समस्या नई नहीं है। शासन की कमी एवं खराब नेतृत्व के कारण यह समस्या पैदा हुई है। इसके लिए गंभीरता से सोचना होगा। मिलकर योजना बनानी होगी। एक तंत्र विकसित करना होगा। यह तभी संभव होगा जब आम से खास सभी को मिलकर प्रयास करें। जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक को गंभीर होना होगा। शहर से निकलने वाले कचरे के निष्पादन के लिए शहर को सेक्टर में बांटकर प्रबंधन करना होगा। यह कहना है नगर निगम के वार्ड पार्षद एवं प्रोजेक्ट ऑक्सीजन के निदेशक संजय कुमार केजरीवाल का।
उन्होंने कहा कि गीले कचरे को मोहल्ला एवं कॉलोनी के अंदर ही कंपोस्ट करने की व्यवस्था करनी होगी। इसके लिए लोगों को प्रेरित करना होगा। कंपोस्ट की व्यवस्था पर खर्च नगर निगम को वहन करना होगा। निगम को कंपोस्टिंग की सभी जरूरतें पहले मोहल्लों एवं कॉलोनियों के कंपोस्ट से पूरी की जानी चाहिए। निगम मोहल्लों में तैयार खाद तय कीमत और तय मात्रा में खरीदकर बाजार में बेच सकती है। उन्होंने कहा कि वार्ड स्तर पर कचरे की रिसाइकिलिंग करने के लिए मैटेरियल रिकवरी सेंटर बनाने चाहिए जहां कचरे को अलग कर रिसाइकिल होने भेजा जा सके। इस प्रक्रिया में जो कचरा रिसाइकिल न हो सके, सिर्फ वह लैंडफिल में डंप हो।
प्लास्टिक बैग और एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी सख्ती से बंद हो। घर के दरवाजे से कचरा उठाने वाले को अपनी खुद की माइक्रो इंटरप्राइज कंपोस्ट बनाने और मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जाए। जो घर के दरवाजे से कचरा नहीं उठा रहे उन्हें भी कचरा अलगकरने के लिए जगह दी जानी चाहिए। सभी कचरा चुनने वालों को सामाजिक बीमा और स्वास्थ्य सुविधाएं दी जानी चाहिए। मोहल्ला स्तर पर कचरा प्रबंधन को सफल बनाने के लिए गैर सरकारी संगठनों को आमंत्रित किया जाना चाहिए। होटलों, विवाह भवनों एवं मॉल-मार्केटों से निकलने वाले कचरे के निष्पादन की संपूर्ण व्यवस्था संचालकों को करने के लिए प्रेरित किया जाए। तंत्र को विकसित करने के लिए निगम एक कमेटी का गठन करे जिसमें विशेषज्ञों को रखा जाना चाहिए जो एक सिस्टम बना सके।