Samastipur news: 16 दिनों के बाद भी अपहृत अभियंता का सुराग नहीं
अरुणाचल प्रदेश में 21 दिसम्बर को हुआ अपहरण। समस्तीपुर के खानपुर में रह रहे स्वजन बेचैन। कर्मियों ने बताया कि उल्फा उग्रवादियों ने उनके साथ एक अन्य इंजीनियर का भी अपहरण कर लिया है। कंपनी के प्रबंधन द्वारा आश्वासन दिया जा रहा कि पति को जल्द ही छुड़ा लिया जाएगा।
समस्तीपुर, जासं। खानपुर थानाक्षेत्र के विशनपुर आभी पंचायत के हरिपुर घाट निवासी राम कुमार दिवाकर की पुत्री वीना कुमारी के पति इंजीनियर राम कुमार का अरुणाचल प्रदेश में अपहरण हो गया। वे अरुणाचल प्रदेश में इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। जहां वह एक रिफाइनरी के प्रोजेक्ट से जुड़े काम को करवा रहे थे। बीते 21 दिसंबर को उल्फा उग्रवादियों उनके साथ एक अन्य व्यक्ति का अपहरण कर लिया।
अपहृत राम कुमार की पत्नी वीणा कुमारी ने बताया कि पति से हर रोज मोबाइल पर बातचीत होती थी। अंतिम बार 21 दिसंबर को काल आया। इसके बाद मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा । करीब तीन-चार दिनों तक उनका मोबाइल लगातार स्विच ऑफ है। उसने कंपनी के अन्य कर्मचारी से बात की। कर्मियों ने बताया कि उल्फा उग्रवादियों ने उनके साथ एक अन्य इंजीनियर का भी अपहरण कर लिया है। कंपनी के प्रबंधन द्वारा आश्वासन दिया जा रहा है कि पति को जल्द ही छुड़ा लिया जाएगा। लेकिन करीब 16 दिन बीतने के बाद भी अभी तक उनका कोई पता नहीं है। घर के सभी सदस्य परेशान है। जिला प्रशासन व मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। इधर खानपुर में रह रहे स्वजनों का हाल बुरा है।
युवक के साथ मारपीट कर 50 हजार छीनने की प्राथमिक
दलसिंहसराय: बैंक जाने के दौरान मारपीट करते हुए 50 हजार रुपये छीनने को लेकर युवक मेन बाजार निवासी ओम प्रकाश साह के पुत्र सौरभ कुमार ने नामजद प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था। बावजूद पुलिस द्वारा नामजद गोलापट्टी निवासी पारस शर्मा और रूपक शर्मा पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। घटना 8 अक्टूबर को हुई थी। जब थाना में मामला दर्ज नहीं किया तो न्यायालय में मुकदमा किया गया। न्यायालय के आदेश पर थाना में 1 दिसंबर को प्राथमिकी अब दर्ज की गई है। लेकिन पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नही की गई। इस बाबत पीडि़त सौरभ कुमार ने न्याय को लेकर पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजर है। एसपी को दिए आवेदन में उसने बताया है कि घटना के बाद जब मैं पुलिस स्टेशन गया तो पुलिस पदाधिकारी पहले इलाज कराने की बात कहते हुए अस्पताल भेज दिया। जहां से चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद समस्तीपुर रेफर कर दिया। वहां से भी उसे बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच रेफर कर दिया गया। जब ठीक होकर लौटा और थाना पहुंचकर प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया तो थानाध्यक्ष ने प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर प्राथमिकी तो दर्ज हुई लेकिन आरोपित अब भी शहर में खुलेआम घुम रहा है। पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।