Samastipur Chunav Result 2020: इस बार जिले में साइलेंट मोड में ही रहा सियासी सायरन, प्रत्याशियों की बढ़ रहीं धड़कनें
Bihar Samastipur Chunav Result 2020 सियासी पहलवान बूथ प्रबंधन व वोटों के गणित को समझने व सलटने और उससे मिले रूझान में लगे रहे। दिनभर अंतिम रूप से मंथन का दौर चलता रहा। तरीके अलग-अलग थे। लेकिन मंगलवार को बारी होगी मतदाताओं की।
समस्तीपुर, [मुकेश कुमार]। Bihar, Samastipur Chunav Result 2020: सोमवार की शाम जन आकलन का शोर भी थम गया। मतलब, सियासी सायरन साइलेंट मोड में चला गया। इसको लेकर जारी जुबानी जंग पर विराम लग गया। वैसे चहलकदमी ले-देकर समस्तीपुर कॉलेज पर जाकर सिमट गई, जहां मंगलवार को लोकतंत्र के महापर्व का परिणाम आने वाला है। अब तक मौन रहे वोटर चुप ही रहे। हां, सोमवार का दिन राजनीतिज्ञों के लिए जरूर था। सियासी पहलवान बूथ प्रबंधन व वोटों के गणित को समझने व सलटने और उससे मिले रूझान में लगे रहे। दिनभर अंतिम रूप से मंथन का दौर चलता रहा। तरीके अलग-अलग थे। लेकिन, मंगलवार को बारी होगी मतदाताओं की। अब उनके फैसले के रुझान का वक्त आ गया है। वहीं लोकतंत्र की जननी वैशाली का पड़ोसी जिला व जननायक कर्पूरी ठाकुर की धरती पर जनतंत्र के महापर्व में गण की भी परीक्षा होगी। मतलब सियासी रहनुमाओं को मतदान के गणित से वास्ता होगा। वोटर को अपने फैसले को उनके भाग्य में परिणत करने का दिन। मतगणना केंद्रों पर विधि-व्यवस्था, सुरक्षा, बुनियादी सुविधा मुहैया कराने के साथ शांतिपूर्ण व निष्पक्ष मतणना संपन्न कराने की परीक्षा पास करनी होगी। वैसे तो जिला प्रशासन ने इंतजाम मुकम्मल कर लिया है।
शाम तक प्रत्याशियों के घर और उनके दफ्तर के हालात भांपने की कोशिश कार्यकर्ता करते रहे। सुबह इन्हीं के बूते लोकतंत्र का परिणाम मिलना था। जिले के दस विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक तस्वीर मंगलवार को जो भी हो, लेकिन प्रशासनिक इंतजाम एक जैसे होंगे। गंगा से लेकर बागमती तक फैले जिले के भूगोल का अपना राजनीतिक इतिहास रहा है। कई परिस्थितियों को करीब से देखने का मौका इस जिले को मिलता रहा है। अभी भी मिल रहा है। उम्मीद है कि जागरूक जन व तैयार प्रशासनिक तंत्र के बूते मंगलवार को लोकतंत्र के महापर्व का परिणाम भी आ ही जाएगा। मतलब, 10 नवंबर को जब ईवीएम खुलेगी तो पता चल पाएगा कि इस महापर्व में मतदाताओं ने क्या किया।