समस्तीपुर बना नगर निगम, दलसिंहसराय और रोसड़ा नगर परिषद में अपग्रेड
बिहार सरकार ने जिले के लोगों को बहुत बड़ी सौगात दी है। समस्तीपुर नगर परिषद को अपग्रेड कर नगर निगम बनाने की मंजूरी दी है। नगर निगम में समस्तीपुर प्रखंड के अलावा कल्याणपुर एवं वारिसनगर प्रखंडों के भी कई पंचायत अब इसमें शामिल हो गए हैं।
समस्तीपुर, जासं । अब समस्तीपुर जिले के दिन भी बहुरेंगे। लंबी प्रतीक्षा के बाद शनिवार को बिहार सरकार ने जिले के लोगों को बहुत बड़ी सौगात दी है। समस्तीपुर नगर परिषद को अपग्रेड कर नगर निगम बनाने की मंजूरी दी है। नगर निगम में समस्तीपुर प्रखंड के अलावा कल्याणपुर एवं वारिसनगर प्रखंडों के भी कई पंचायत अब इसमें शामिल हो गए हैं। इससे जहां इन क्षेत्रों को शहर की तरह तमाम सुविधाएं मिलेंगी। वहीं इस क्षेत्र का विकास भी होगा। समस्तीपुर के नगर निगम बनने से अब इसका भी विस्तार होगा। इसके अलावा लंबे समय से प्रतीक्षारत ताजपुर और शाहपुर पटोरी को नगर परिषद बनाया गया है। ताजपुर अपने आप में बहुत ही समृद्ध बाजार रहा है। जबकि शाहपुर पटोरी अनुमंडल मुख्यालया के साथ-साथ बहुत बड़ा बाजार रहने के बाद भी यह नगर पंचायत तक नहीं था। इन दोनों को नगर परिषद का दर्जा देकर यहां के विकास को सरकार ने प्रशस्त करने का काम किया है। इसके अलावा मुसरीघरारी और सरायरंजन को भी नगर पंचायत का का दर्जा मिल गया है। इन दोनों क्षेत्रों को नगर पंचायत का दर्जा मिलने से इन दोनों क्षेत्रों का विकास अब नियोजित तरीके से होगा। इन दोनों जगहों के लोगों को अब शहर जैसी सुविधाएं मिलेंगी।
समस्तीपुर नगर निगम में किया गया शामिल
समस्तीपुर नगर निगम में कल्याणपुर प्रखंड के परतापुर से ले लेकर मुक्तापुर तक के क्षेत्र को इसमें शामिल किया गया है। अब समस्तीपुर नगर निगम में भगीरथपुर, शिवनंदनपुर, नारंगा, मुसेपुर, मुक्तापुर, गाड़ा, परतापुर, हरपुर, केशोपट्टी, दौलतपुर, मिल्की, मनियारपुर, अकबरपुर पितौंझिया टोला चक दीनदयाल को इसमें शामिल किया गया है। वहीं वारिसनगर प्रखंड के सारी, दौलतपुर, मनीपुर, मिल्की, नागरबस्ती एवं मथुपरापुर को इसमें शामिल किया गया है। जबकि समस्तीपुर नगर परिषद क्षेत्र के अलावा समस्तीपुर प्रखंड के रहमतपुर, नारायणपुर डढिया, सलेमपुर दशराहा, चांदोपट्टी, हरपुर एलौथ, विक्रमपुर बांदे, शंभूपट्टी, मुर्तुजापुर, बाजोपुर, बलभद्रपुर, हरपुर एलौथ, विक्रमपुर बांदे, दुधपुरा, रामपुर, दुधपुरा, रहमतपुर, चकनूर, मुसापुर, काशीपुर, खरीदाबाद, मोहनपुर, राजखंड, पाहेपुर, असीनपुर, धुरलख, रहीमपुर रुदौली, भमरुपुर, लगुनियां सूर्यकंठ, हसनपुर, जितवारपुर चौथ एवं जितवारपुर निजामत शामिल हैं।
अब इन क्षेत्रों का होगा नियोजित तरीके से विकास
अब इन क्षेत्राें का नियोजित तरीके से विकास होगा। समस्तीपुर नगर निगम बनने से अब यहां मेयर चुने जाएंगे। माहापौर का चुनाव होगा। जबकि नगर आयुक्त के रुप में वरीय अधिकारी की पोस्टिंग कर विकास को गति दी जाएगी। नगर निगम एवं नगर परिषद बनने से नागरिक सुविधाओं में वृद्धि होगी। नागरिकों को बिजली, पेयजल, सड़क, नाला, साफ-सफाई समेत अन्य बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
परतापुर से नरघोघी तक होगा शहरी क्षेत्र
कल्याणपुर के परतापुर से लेकर सरायरंजन प्रखंड के नरघोघी जहां मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं, वहां तक का क्षेत्र अब शहरी क्षेत्र हो जाएगा। इतना ही नहीं समस्तीपुर नगर निगम से सटा हुआ ताजपुर भी नगर परिषद क्षेत्र बन गया है। ऐसे में जिले की बहुत बड़ी आबादी को अब शहरी सुविधा मिल जाएंगी। उल्लेखनीय है कि हरपुर एलौथ तक नगर निगम क्षेत्र बन गया है। जबकि उसके बाद मुसरीघरारी नगर पंचायत क्षेत्र हो गया है। यह बथुआ तक तक होगा। वहां के बाद सरायरंजन नगर पंचायत का क्षेत्र शुरू हो जाता है। जो नरघोघी से आगे तक का क्षेत्र कॉवर करता है। सरायरंजन पूर्वी एवं पश्चिमी दोनों पंचायत को इसमें शामिल किया गया है। ऐसे में पूरब में यह मधुबन तक का क्षेत्र सरायरंजन नगर पंचायत में आ जाएगा।
नगर निगम में दो लाख व नगर पंचायत में चालीस हजार आबादी
नए नगर निगम के गठन में दो लाख या उससे अधिक की आबादी को शामिल किया गया है। जबकि नगर परिषद में चालीस हजार से दो लाख तक की आबादी को सम्मिलित किया गया है। जबकि नगर पंचायत के लिए बारह हजार से चालीस हजार की तक की जनसंख्या निर्धारित है। इसमें गैर कृषि कार्य की जनसंख्या पचास प्रतिशत होगी। सभी दशा में दीर्धकालीन और अल्पकालिक काश्तकार कर्मियों (कृषि कर्मियों) की कुल जनसंख्या उस क्षेत्र के कुल कर्मियों की जनसंख्या का पचास प्रतिशत से कम होगा।
नागरिकों को मिलेंगी ये सुविधाएं
नगर निगम, नगर परिषद एवं नगर पंचायत के नागरिकों को विशेष सुविधा मिलेंगी। साफ-सफाई, ड्रेनेज, जलापूर्ति, कूड़ा उठाव, कचरा संग्रह, स्ट्रीट लाइट, रोशनी आदि सुविधाएं शामिल है। साथ ही शहरी क्षेत्रों में लागू सभी योजनाओं का लाभ भी मिलेगा। नवगठित नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत का मास्टर प्लान तैयार कर सुनियोजित तरीके से विकास किया जा सकेगा।