संक्रामक रोग से बचाव के लिए समस्तीपुर शहर में रोस्टर वाइज होगा छिड़काव
बरसात के कारण शहर के निचले इलाके में जलभराव की स्थिति है। नालों में गंदगी जमा है। दूषित पानी और गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। नगर प्रशासन की ओर से रोस्टर वाइज सभी वार्डों में फागिंग भी कराई जाएगी।
समस्तीपुर, जासं। शहर में डेंगू व चिकनगुनिया जैसे कीट और अन्य वेक्टर जनित संक्रामक रोगों से नागरिकों की सुरक्षा को लेकर फागिंग व छिड़काव का काम शुरू कर दिया गया है। नगर प्रशासन की ओर से अभियान चलाकर सभी वार्डों में टेमीफोस ईसी 50 और पाइरेथ्रम स्प्रे कीटनाशक दवा छिड़काव कराया जा रहा है। बता दें कि बरसात के कारण शहर के निचले इलाके में जलभराव की स्थिति है। नालों में गंदगी जमा है। दूषित पानी और गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। नगर प्रशासन की ओर से रोस्टर वाइज सभी वार्डों में फागिंग भी कराई जाएगी। जिलाधिकारी सह नगर प्रशासक शशांक शुभंकर ने सहायक पदाधिकारी को इसके लिए कई आवश्यक निर्देश दिए हैं। इसके लिए शहर के सभी 29 वार्डों में अलग अलग कर्मी प्रतिनियुक्त किए गए हैं। प्रभारी सफाई निरीक्षक प्रेम कुमार को इसकी देखरेख की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही अभियान से संबंधित कार्य का लॉग बुक में संधारण करने का निर्देश दिया है।
छिड़काव के लिए साप्ताहिक रोस्टर
सोमवार : वार्ड संख्या 1, 2, 3, 4, 8 व 9 में छिड़काव के लिए प्रभारी सफाई निरीक्षक अलीशेर
मंगलवार : वार्ड संख्या 5, 6, 7, 11, 12, 13 के लिए प्रभारी सफाई निरीक्षक मनोज कुमार
बुधवार : वार्ड संख्या 14, 15, 26, 27, 29 के लिए प्रभारी सफाई निरीक्षक मनोज कुमार
गुरुवार : वार्ड 21, 22, 23, 24, 25 के लिए प्रभारी सफाई निरीक्षक मनोज कुमार
शुक्रवार : वार्ड 10, 17, 18, 19, 20 के लिए जमादार राजकुमार राम
शनिवार : आफिसर्स कॉलोनी, जिलाधिकारी आवास, जिला एवं सत्र न्यायधीश आवास, पुलिस अधीक्षक आवास, अनुमंडल पदाधिकारी आवास में छिड़काव के लिए जमादार बदरे आलम
संगोष्ठी में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को बेहतर कृषि के दिए टिप्स
चिरैया, संस : प्रखंड के कमरचोली गांव में रविवार को एनएएसएफ प्रोजेक्ट के अंतर्गत कृषि वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विख्यात कृषि प्रसार विशेषज्ञ एवं प्लाङ्क्षनग कमीशन के पूर्व सलाहकार डॉ. बीबी सदामते, प्रोजेक्ट सलाहकार समिति के सदस्य एवं बीएचयू के प्रोफेसर डॉ. एके ङ्क्षसह एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भाकृअनुप) के पूर्वी अनुसंधान परिषद पटना के निदेशक डॉ. उज्ज्वल कुमार ने चंपारण कृषक प्रोड्यूसर कंपनी चिरैया के सदस्यों एवं अन्य किसानों के साथ विचार विमर्श किया तथा एफपीओ के विकास के लिए आवश्यक सलाह दी। कार्यक्रम के शुरुआत में एफपीओ के अधिकारी विनोद कुमार तथा अन्य सदस्यों द्वारा पूरी टीम का गांव में स्वागत किया गया तथा एफपीओ के विभिन्न कार्यकलापों जैसे बीज उत्पादन, सब्जी उत्पादन इत्यादि की जानकारी दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सदामते ने सभी किसानों को बधाई देते हुए कहा कि एफपीओ द्वारा किसानों को संगठित कर ज्यादा से ज्यादा मार्केङ्क्षटग की जा सकती है। साथ हीं उन्हें भरपूर आमदनी भी हो सकती है। उन्होंने ये भी कहा कि एफपीओ अपने प्रोडक्ट््स की ब्रांङ्क्षडग द्वारा अपने व्यवसाय का दायरा संपूर्ण जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर फैला सकते हैं। उन्होंने सभी सदस्यों को एफपीओ के विकास हेतु महत्वपूर्ण सुझाव तथा मार्गदर्शन दिया। प्रोजेक्ट के सलाहकार समिति के सदस्य एवं बीचयू के प्रोफेसर डॉ. ए के ङ्क्षसह ने अपने उद्बोधन में प्रोड्यूसर कंपनी को रॉल मॉडल बनाने की कवायद की। साथ हीं लोगों को प्रोत्साहित करते हुए कंपनी को नई ऊचाइयों पर पहुंचाने की बात कही। उन्होंने किसान भाइयों को कृषि को व्यापार के रूप में प्रैक्टिस करने की भी बात कही। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भाकृअनुप) के पूर्वी अनुसंधान परिषद पटना के निदेशक डॉ. उज्ज्वल कुमार ने एफपीओ को संस्थान द्वारा हर संभव मदद करने का वादा किया। श्री ङ्क्षसह ने किसानों को एफपीओ को मजबूती प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। कार्यक्रम में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. शुभदीप राय, आईसीएआर के रांची सेंटर के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. वीके यादव तथा आईसीएआर के वैज्ञानिक डॉ. अनिर्वाण मुखर्जी एवं डॉ. धीरज कुमार आदि ने भी भाग ली एवं अपनी अपनी बातें रखी।