मुआवजे के लिए शव के साथ आठ घंटे सड़क जाम
मुजफ्फरपुर पारू थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय छाप के समीप जाफरपुर-अम्बरा मुख्य मार्ग पर आठ घंटे तक आवागमन बाधित किया।
मुजफ्फरपुर : पारू थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय छाप के समीप जाफरपुर-अम्बरा मुख्य मार्ग पर आठ घंटे तक आवागमन बाधित रहा। मंगलवार को मुआवजे की माग को लेकर ग्रामीणों ने शव के साथ विरोध प्रदर्शन किया। जाम की सूचना पर पहुंची पारू पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग मृतक के परिजन को मुआवजा मिलने तक जाम हटाने को राजी नहीं हुए। बीडीओ संजय कुमार सिन्हा ने पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार और मुखिया द्वारा कबीर अंत्येष्टि मद से तीन हजार की राशि दी गई। बावजूद लोग चार लाख मुआवजे की माग पर अड़ गए। इधर, सूचना पर सात घंटे बाद सीओ ललित कुमार सिंह ने मृतक के परिजन को चार लाख की राशि देने का आश्वासन दिया जिसके बाद लोगों ने सड़क जाम समाप्त किया। ग्रामीणों ने बताया कि छाप गाव निवासी भोला साह दो दिन पूर्व पटना में सड़क दुर्घटना में जख्मी हो गए थे।ं पीएमसीएच में इलाज के दौरान सोमवार की रात उनकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचते ही परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से सड़क जाम कर दिया।
छह घंटे तक थाना परिसर में रखा पिता-पुत्र का शव : सरैया थाना क्षेत्र के बखरा निवासी मुस्लिम मिया व उसके पुत्र क्यामुदीन का शव मुआवजे की मांग को लेकर छह घंटे तक थाना परिसर में रहा। 24 घंटे बाद शवों को दफनाया जा सका। पोस्टमार्टम से शव सरैया थाने पहुंचा। तकरीबन छह घटे तक शव सरैया थाना परिसर में रहा। परिजन व ग्रामीण चार- चार लाख मुआवजे की माग को लेकर डटे रहे। बात नहीं बनी तो लोग शव को लेकर गाव चले गए, लेकिन शवों को दफन नहीं किया। तकरीबन 24 घटे बाद बीडीओ डॉ. बीएन सिंह ने पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 बीस हजार का चेक सौंपा जिसके बाद शवों को दफनाया जा सका। बताया जाता है कि बकाया राशि वसूलने को लेकर हुए विवाद में गाड़ी ने पिता- पुत्र को रौंद दिया था जिससे दोनों की मौत हो गई। इधर, मुआवजा राशि देने में लापरवाही को लेकर पंचायत सचिव से बीडीओ ने स्पष्टीकरण पूछा है। साथ ही कार्रवाई का अल्टीमेट भी दिया है।