उत्तर बिहार की नदियों में उफान, लोगों का बांधों पर विस्थापन जारी
मुजफ्फरपुर में लखनदेई नदी का बांध टूटने से कटरा के एक दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस गया है। पीपा पुल के एप्रोच पथ पर पानी चढ़ चुका है। इससे प्रखंड की 14 पंचायतों का सड़क संपर्क भंग हो गया है। आवागमन भी बाधित है।
मुजफ्फरपुर, जासं। उत्तर बिहार में बाढ़-बारिश का दौर जारी है। शनिवार की सुबह साफ हुई, लेकिन देखते-देखते काले बादल उमड़ पड़े। पुरवा हवा के साथ बौछार पडऩे लगी। तीन दिन से लगातार बारिश होने से नदियों में उफान है। जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है। पश्चिम चंपारण में गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। शनिवार को गंडक बराज से एक लाख, 31 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यहां के रामनगर व पिपरासी प्रखंड में भी पानी भरा हुआ है। मुजफ्फरपुर में लखनदेई नदी का बांध टूटने से कटरा के एक दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस गया है। पीपा पुल के एप्रोच पथ पर पानी चढ़ चुका है। इससे प्रखंड की 14 पंचायतों का सड़क संपर्क भंग हो गया है। आवागमन भी बाधित है। बाढ़ का पानी करीब एक दर्जन गांवों में घुस गया है। इन गांवों के लोग विस्थापित होकर बांध पर पहुंच रहे हैं।
समस्तीपुर में गंगा-बाया का कहर थमा नहीं है। विद्यापतिनगर, मोहनपुर व मोहिउद्दीननगर बुरी तरह प्रभावित हैं। शाहपुर पटोरी भी आंशिक रूप से प्रभावित है। इन इलाकों में करीब दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। करीब 10 हजार लोग विभिन्न जगहों पर शरण लिए हुए हैं। इनके लिए सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई है। दरभंगा और मधुबनी में नदियां अन्य जिलों की तुलना में थोड़ी शांत हैं। कोसी, धौंस, कमला, कमला बलान में पानी लबालब तो है लेकिन बाढ़ का खतरा नहीं है।
जलस्तर घटते होने लगा कटाव, अधिकारियों ने किया निरीक्षण
मोतीपुर (मुजफ्फरपुर), संस: मोतीपुर प्रखंड की बरियारपुर पश्चिमी पंचायत में बूढ़ी गंडक में बाढ़ का पानी घटते ही कटाव शुरू हो गया। इसे लेकर तटवर्ती लोगों की चिंता बढऩे लगी है। शुक्रवार को मुखिया उमा देवी और वीरेंद्र कुमार की पहल पर जल संसाधन विभाग के नलिनी रंजन के नेतृत्व में विभागीय टीम ने झिंगहा, नकटा, मठिया बांध कटाव क्षेत्रों का दौरा किया। टीम ने मुखिया से कटाव रोकने के लिए विमर्श भी किया। इस संबंध में श्री रंजन ने कहा कि पानी में भौड़ा अत्यधिक होने से बांध का कटाव हो रहा है। तत्काल रोकने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। यथाशीघ्र कटाव रोधी कार्य शुरू कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि अक्टूबर या नवंबर में कमजोर बांधों को मजबूत करने के लिए कार्ययोजना बनाकर बांधों की मरम्मत कराई जाएगी। टीम में नलिनी रंजन के अलावे अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार चौरसिया, कार्यपालक अभियंता बबन पांडे, सहायक अभियंता विजय कुमार प्रिंस, मुखिया उमा देवी, वीरेंद्र कुमार, विनोद कुमार, प्रवीण शाही, जित्येंद्र प्रसाद आदि थे।