उफान पर नदियां, शिवहर-मधुबनी व मुजफ्फरपुर में दूसरी बार बाढ़, आवागमन बाधित
मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड में बागमती कहर बरपा रही है। इसके जलस्तर में वृद्धि से एक दर्जन गांवों के चारों तरफ बाढ़ का पानी फैल गया है। दूसरी ओर कटरा प्रखंड के भी एक दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। आवागमन बाधित हो गया है।
मुजफ्फरपुर, जासं। उत्तर बिहार समेत नेपाल में हो रही लगातार बारिश से नदियों मेें उफान है। पिछले पांच दिनों से लगातार बारिश हो रही है। हर ओर जलजमाव है। जहां बाढ़ नहीं, वहां बारिश का पानी जमा है। शहर के विभिन्न गली-मोहल्ले इसकी पीड़ा झेल रहे। करीब एक दर्जन नदियां पश्चिम चंपारण से लेकर समस्तीपुर तक कहर बरपा रही हैं। मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड में बागमती कहर बरपा रही है। इसके जलस्तर में वृद्धि से एक दर्जन गांवों के चारों तरफ बाढ़ का पानी फैल गया है। दूसरी ओर कटरा प्रखंड के भी एक दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इन इलाकों की प्रमुख सड़कों पर पानी आने से आवागमन बाधित हो गया है। बूढ़ी गंडक में उफान से शहरी इलाकों में दबाव बन रहा है। बेला औद्योगिक क्षेत्र में भी पानी जमा हो गया है।
पश्चिम चंपारण में पहाड़ी नदियों के साथ गंडक कहर बरपा रही है।
गंडक बराज से सोमवार को एक लाख, 66 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंडक के तटवर्ती पिपरासी, मधुबन, ठनकाहां आदि में कटान हो रहा है, जबकि पूर्वी चंपारण में पंडई, सिकरहना आदि नदियां भी उफनाई हैं।
समस्तीपुर में गंगा का कहर जारी है। मोहनपुर, मोहिउद्दीननगर, विद्यापतिनगर और शाहपुर पटोरी इलाके में बाढ़ से करीब दो लाख की आबादी बुरी तरह प्रभावित है। इनके लिए करीब आधा दर्जन जगहों पर सामुदायिक रसोई और आश्रय स्थल की व्यवस्था की गई है।
बागमती शिवहर में तबाही मचा रही है, नरकटिया इलाके में फिर बागमती का पानी घुस गया है। इस मौसम में दूसरी बार यहां के लोग विस्थापित होने पर विवश हैं। करीब एक हजार की आबादी प्रभावित है। मधुबनी में कोसी व कमला तटबंध के अंदर बसे गांवों पर फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कोसी प्रभावित निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। यहां कोसी, कमला बलान, भूतही बलान व गेहुंमा के जलस्तर में वृद्धि जारी है।