BRA Bihar University: तीन महीने बाद निकला पार्ट थ्री का परिणाम, पेंडिंग ने बढ़ाई छात्रों की परेशानी
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से दो दिन पूर्व जारी हुए स्नातक पार्ट थ्री के परिणाम में पेंडिंग के काफी मामले सामने आ रहे हैं। काफी छात्रों के परिणाम में रह गई गड़बड़ी सुधार के लिए बिना शुल्क सिर्फ 15 दिन समय मिलने पर छात्रों ने जताई नाराजगी।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से दो दिन पूर्व जारी हुए स्नातक पार्ट थ्री के परिणाम में पेंडिंग के काफी मामले सामने आ रहे हैं। सोमवार को दर्जनों की संख्या में छात्र पेंडिंग रिजल्ट में सुधार करवाने के लिए आवेदन लेकर विवि पहुंचे थे, लेकिन छात्रों को कॉलेज में जाकर आवेदन देने की बात कह लौटा दिया गया। छात्रों ने कहा कि बिना शुल्क के परिणाम में सुधार के लिए सिर्फ 15 दिनों का समय दिया गया है। जबकि, बार-बार कॉलेज से विवि और विवि से कॉलेज भेजा जा रहा है। विवि की ओर से की गई गलती का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। आवेदन लेकर विवि पहुंचे प्रिंस कुमार, सुमन सिंह, राहुल, राकेश, प्रसून आदि ने कहा कि रिजल्ट दिख रहा है लेकिन कई विषयों के अंक गायब हैं। जबकि सभी विषयों में उपस्थित हुए थे। किसी की थ्योरी तो किसी के प्रैक्टिकल में नंबर नहीं दिख रहा है। कॉलेज में जाने पर विवि से सुधार कराने की बात कही गई। जब विवि पहुंचे तो कहा गया कि आवेदन कॉलेज के माध्यम से ही स्वीकार किया जाएगा।
पेंडिंग के कारण हुए कई आंदोलन, स्थिति यथावत
विवि में पिछले कई महीनों में कई छात्र संगठनों ने पेंडिंग में सुधार के लिए आवाज उठाई। सीनेट की बैठक में भी विद्यार्थी परिषद ने इसे प्रमुखता से उठाया था। विवि की ओर से इसबार के परिणाम में पेंडिंग की संख्या कम होने का दावा किया गया था, लेकिन परिणाम में काफी गड़बड़ी रह गई। छात्रों ने कहा कि रिजल्ट के आवेदन के लिए समय सीमा कम दी गई है। कहा कि हर कॉलेज से छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग है। विवि ने रिजल्ट के लिए आवेदन की सीमा तय कर दी है। लेकिन उसका सुधार कब किया जाएगा यह तय नहीं किया गया है। साइंस संकाय के डीन डॉ.सुशील कुमार सिंह ने कहा कि पेंडिंग सुधार के लिए आवेदन की समय सीमा तय करने से छात्रों की परेशानी बढ़ेगी। इसमें बदलाव करना चाहिए।
परीक्षा नियंत्रक बोले- कॉलेज नहीं लेते आवेदन तो करें शिकायत
परीक्षा नियंत्रक डॉ.मनोज कुमार ने कहा कि विवि की ओर से छात्रों को कॉलेज में आवेदन जमा करने को कहा गया है। लेकिन कई कॉलेजों में आवेदन नहीं लेेकर छात्रों को विवि भेज दिया गया है। ऐसे कॉलेजों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी। आवेदन नहीं लेने वाले कॉलेजों के खिलाफ अधिकारियों को जानकारी दें। आवेदन मिलने के बाद शीघ्र पेंडिंग का सुधार कर दिया जाएगा।