पीएमओ कार्यालय में की शिकायत तो गरीब परिवार के घर पहुंचा राशन, प्रधानमंत्री का किया धन्यवाद, जानिए...
नरकटियागंज के मल्दा गांव निवासी युवक वेद प्रकाश गौड़ ने लॉक डाउन के बाद उत्पन्न हालात से कराया था अवगत। पीएमओ कार्यालय की सूचना पर डीएम ने दिखाई तत्परता। डीएम के आदेश पर पहुंचे BDO
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। कोरोना से बचाव को लेकर लॉक डाउन में नरकटियागंज प्रखंड के मल्दा गांव में एक गरीब के घर प्रधानमंत्री कार्यालय के आदेश पर रविवार की दोपहर में राशन पहुंचाया गया। 20 किलो चावल और 20 किलो गेहूं सरकारी वाहन में लेकर नरकटियागंज के बीडीओ राघवेंद्र त्रिपाठी पहुंचे। मल्दा गांव निवासी वेद प्रकाश गौड़ के दरवाजे पर जाकर बीडीओ की गाड़ी रुकी तो सभी हैरत में पड़ गए।
हालांकि वेदप्रकाश को इसका एहसास था कि उसने प्रधानमंत्री से फरियाद की है तो वे अवश्य संज्ञान लेंगे। दरअसल, वेद प्रकाश के पिता अवधेश प्रसाद गौड़ का तीन साल पूर्व निधन हो गया। घर में उसकी विधवा मां सुशीला देवी और दो भाई और दो बहनें हैं। 26 अप्रैल को एक बहन की शादी तय है। विधवा सुशीला देवी भूजा भूजती है। इसी से परिवार का भरण पोषण होता है। लॉकडाउन की वजह से उसका कारोबार बंद है। पहले से घर में राशन था , वह खत्म हो चुका है।
परिवार के समक्ष भूखमरी की स्थिति आ गई थी। ऐसे में मैटिक पास वेदप्रकाश ने शनिवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में फोन कर अपनी व्यथा। पांच दिन पूर्व वेदप्रकाश ने यह शिकायत की थी, बताया था कि घर में अब एक सप्ताह का राशन शेष है। अगर लाॅकडाउन बढ़ा तो भूखमरी की नौबत आ जाएगी। पीएमओ कार्यालय से उसका नाम , पता लिया गया। पांचवे दिन नरकटियागंज प्रखंड विकास पदाधिकारी अनाज लेकर उसके घर पहुंचे।
बीडीओ ने बताया कि जिला पदाधिकारी से आदेश प्राप्त हुआ है कि प्रधानमंत्री कार्यालय में एक व्यक्ति द्वारा ऐसी शिकायत की गई है। उस व्यक्ति ने बताया है कि लॉक डाउन के कारण खाने पीने के लिए राशन समाप्त हो गया है। इस आदेश पर मैं शिकायतकर्ता के घर 20 किलो चावल और 20 किलो गेहूं पहुंचा दिया गया। बीडीओ ने वेदप्रकाश को अपना मोबाइन नंबर भी दिया और कहा, अब कोई समस्या हो तो हमें सूचित करना। वेदप्रकाश की विधवा मां ने प्रधानमंत्री और प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।