समर्पित शिक्षक, सहृदय आलोचक और प्रखर समाजसेवी थे राजनारायण राय Muzaffarpur News
प्रो.राजनारायण राय के निधन पर विश्वविद्यालय के पीजी हिंदी विभाग के शिक्षकों ने दी श्रद्धांजलि। वहीं एमडीडीएम कॉलेज में भी दी गई श्रद्धांजलि।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। आरडीएस कॉलेज के हिन्दी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो.राजनारायण राय के निधन पर विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग की ओर से शोकसभा का आयोजन किया गया। इस दौरान विभाग के शिक्षकों ने डॉॅ.राय के आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। विभागाध्यक्ष प्रो. सतीश कुमार राय ने कहा कि प्रो.राजनारायण राय एक समर्पित शिक्षक, सहृदय आलोचक, प्रखर समाजसेवी और संवेदनशील मनुष्य थे। जो भी उनके सम्पर्क में आया उनके व्यक्तित्व से अभिभूत हुआ।
अवकाश प्राप्त करने के बाद भी उन्होंने अध्यापन का कार्य जारी रखा। बहुत दिनों तक एमडीडीएम कॉलेज में निःशुल्क शिक्षा देते रहे। आवास पर भी विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते थे और भोजन भी। प्रो.रेवती रमण ने कहा कि प्रो.राय में एक शिष्ट अभिभावक के सारे गुण थे और उनके पास एक प्रखर शोध-दृष्टि थी। डॉ. त्रिविक्रम नारायण सिंह ने कहा कि उनका निधन एक अपूर्णीय क्षति है। डॉ. कल्याण कुमार झा ने कहा कि उनसे मिलने के बाद सारी कुंठाएं दूर हो जाती थीं। डॉ. उज्ज्वल आलोक ने भी उनके रचनात्मक व्यक्तित्व को याद किया। डॉ.राकेश रंजन, डॉ.वीरेन्द्रनाथ मिश्र, डॉ.धीरेन्द्र कुमार राय, डॉ.सुशांत और डॉ.संध्या पांडेय ने भी अपनी संवेदना प्रकट की।
एमडीडीएम कॉलेज में भी दी गई श्रद्धांजलि
एमडीडीएम काॅलेज हिंदी विभाग मे अतिथि शिक्षक रहे प्रो राजनारायण राय के निधन पर शनिवार को शोकसभा का आयोजन किया गया। प्राचार्य डाॅ.कनुप्रिया ने कहा कि डॉ.राजनारायण कई कृतियों के रचयिता के साथ ही पाठ्य संकलनों के संपादक रहे और कई संगठनों से जुङे रहे। उनके निधन से शिक्षा और साहित्य जगत मे शोक की लहर है। सभा के अंत मे दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान इन्द्र कुमार दास, विजय कुमार, विवेक अस्थाना, पार्थ प्रियदर्शी, नवीन कुमार, विनोद कुमार झा, नीलू कुमारी, नीशी रानी मौजूद रहीं।