Muzaffarpur Weather Forecast: मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के जिलों में हुई बारिश, जानें अगले दो दिनों का मौसम पूर्वानुमान
Muzaffarpur Weather Forecast जिले में गुरुवार को मौसम का मिजाज बदल गया। अलसुबह से इलाके में तेज रफ्तार हवा बह रही है। आसमान में बादल छाए हुए थे। अब मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई।
मुजफ्फरपुर, जासं। जिले में गुरुवार को मौसम का मिजाज बदल गया। अलसुबह से इलाके में तेज रफ्तार हवा बह रही है। आसमान में बादल छाए हुए थे। अब मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। अगले दो दिनों के जारी पूर्वानुमान में बताया गया था कि कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हो सकती है। पूर्वी चंपारण के पिपराकोठी कृषि अनुसंधान केंद्र की कृषि मौसम वैज्ञानिक डा. नेहा पारीक ने बताया है कि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले दो दिन आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाये रहेंगे। 22 अप्रैल के मध्य एक दो स्थानों पर बूंदाबांदी हो सकती है। आगामी सप्ताह में अधिकतम तथा न्यूनतम तापमान में वृद्धि की संभावना है। 22-24 अप्रैल के बीच की अवधि में अधिकतम तापमान 35 से 38 तथा न्यूनतम तापमान 23 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 55 से 65% तथा दोपहर में 30 से 40% रहने की संभावना है। अगले दो दिनों में औसतन 10 से 13 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पूरवईया तथा फिर पछिया चलने की संभावना है।
सामान्य लोगों के लिए सुझाव
पूर्वानुमान अवधि में तेज धूप के साथ पछिया हवा भी चलने की संभावना है। ऐसे में लोगों को यह सुझाव दिया जाता है कि वे समय से पहले भोजन पका लें। कहीं भी आग या चिनगारी नहीं जलने दें। खाना बनाने के बाद आग जरूर बुझा दें। आग के पास उसे बुझाने के लिए पर्याप्त पानी जरूर रखें। इस प्रकार अगलगी की बड़ी घटना से बच सकते हैं।
किसानों को सलाह
पूर्वानुमान अवधि में मौसम के शुष्क रहने की संभावना को देखते हुए गेहूं के कटनी व दौनी के कार्य को प्राथमिकता देकर सतर्कतापूर्वक संपन्न करें। खड़ी फसलों में कीटनाशकों का छिड़काव मौसम साफ रहने पर ही करें। रबी फसलों की कटाई के बाद खेतों की गहरी जुताई कर उसे खुला छोड़ दे ताकि सर्य की तेज धूप मिट्टी में छिपे कीट के अंडे, प्यूपा, रोग के जीवाणु एवं खरपतवार के बीजों को नष्ट कर दे।
पशुपालकों को सलाह
गर्मियों के मौसम में दुधारू पशुओं को सूखा चारा की मात्रा कम दें और दाना की मात्रा बढ़ा दें। दाना में तिलहन का प्रयोग करें। चारा दाना प्रातः 5 बजे और शाम में धूप खत्म होने के बाद ही दें। साफ और ठंडा पानी पूरे समय दें। प्रत्येक व्यस्क पशु को 50 ग्राम खनिज विटामिन मिश्रण एवं 50 ग्राम नमक दें।