दरभंगा में आरओबी के लिए रेलवे को पुल निर्माण निगम से नक्शा मिलने का इंतजार
Darbhanga news म्यूजियम गुमटी के पूर्व धर्मपुर एल्यूमिनियम फैक्ट्री से रेलवे ट्रैक की ओर सड़क की चौड़ाई मात्र चार मीटर आरओबी निर्माण के लिए सात मी. होनी चाहिए। म्यूजियम व दोनार के पूर्व भूमि अधिग्रहण की जरूरत चौक पर तीन तरफ बनेंगे रैंप।
दरभंगा, {प्रिंस कुमार}। दरभंगा शहर में स्थित चार रेलवे फाटकों पर आरओबी निर्माण की घोषणा की जा चुकी है। अब रेलवे को बिहार पुल निर्माण निगम की ओर से दिए नक्शा मिलने का इंतजार है। नक्शा अबतक उपलब्ध नहीं हो सका है। जानकार बताते हैं कि शहर को जाम से मुक्ति दिलाने और रेलवे फाटक पर आवागमन सुलभ कराने के लिए चार आरओबी की स्वीकृति मिल चुकी है। इसके लिए प्लान भी तैयार कर लिया गया, लेकिन इसके आरंभ होने में अब भी कई पेच हैं। म्यूजियम गुमटी पर आरओबी के लिए लगभग सात कट्ठा जमीन की जरूरत पड़ेगी। इस गुमटी पर आरओबी निर्माण के लिए जहां दोनार रोड स्थित होली क्रास स्कूल से रेलवे ट्रैक की ओर सड़क की चौड़ाई पर्याप्त मानी जा रही है, वहीं इसके पूर्व धर्मपुर एल्यूमिनियम फैक्ट्री से रेलवे ट्रैक की ओर सड़क की चौड़ाई मात्र चार मीटर है। मानक के मुताबिक आरओबी निर्माण के लिए सड़क की चौड़ाई सात मीटर होनी चाहिए। दोनार गुमटी पर आरओबी निर्माण के क्रम में दोनार चौक पर तीन रैंप उतारे जाएंगे। यहां भी रेलवे ट्रैक के पूरब गंज क्षेत्र में मानक के मुताबिक सड़क की लंबाई और चौड़ाई उपलब्ध नहीं है। इस दिशा में भी भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता बताई जा रही है।
आरओबी के लिए किया जाएगा भूमि अधिग्रहण
आरओबी निर्माण के लिए सामान्यत: चार सौ मीटर लंबा रैंप उतरता है, जबकि सड़क की चौड़ाई लगभग सात मीटर होनी चाहिए। म्यूजियम गुमटी के पूरब धर्मपुर अलुमिनियम फैक्ट्री से रेलवे ट्रैक की ओर ना तो सड़क की लंबाई चार सौ मीटर है और ना ही चौड़ाई ही मानक के मुताबिक पूरा हो रहा है। बताते हैं कि उक्त एरिया में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया की जा सकती है।
केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री ने की है घोषणा
दरभंगा शहरी क्षेत्र अंतर्गत स्वीकृत चार आरओबी निर्माण की दिशा में काम शुरू करने की घोषणा केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 14 मई को कोइलवर पुल के उद्घाटन समारोह में की। कहा कि 80 करोड़ की लागत से दोनार गुमटी, 36 करोड़ की लागत से पंडासराय गुमटी, 101 करोड़ की लागत से दिल्ली मोड़ एवं बेला गुमटी पर आरओबी निर्माण होना है। इसके साथ ही म्यूजियम गुमटी और लहेरियासराय चट्टी चौक पर भी आरओबी प्रस्तावित है। बता दें कि निर्माण प्रक्रिया पूरी होने से शहरी क्षेत्र की लाखों आबादी को जाम से मुक्ति मिलेगी। सर्वाधिक जाम रहने वाली दोनार और पंडासराय गुमटी जाम से मुक्त हो जाएगी। आरओबी निर्माण से शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्रों से आवागमन करनेवाली एक बड़ी आबादी इससे लाभान्वित होगी।
कार्य आवंटित होने के बाद दो साल में निर्माण कार्य पूरा करना होगा
नए नियम के अनुसार आरओबी निर्माण के लिए जिस दिन एजेंसी को कार्य आवंटित कर दिया जाएगा, उसके ठीक दो साल में उसका निर्माण कार्य पूरा कर लेना होगा। पहले आरओबी का निर्माण रेलवे करती थी। मई 2019 में रेलवे और बिहार सरकार ने समझौता किया कि आरओबी का निर्माण पथ निर्माण विभाग भी करेगा। इसके तहत रेलवे के हिस्से का निर्माण रेल मंत्रालय तो एप्रोच रोड का निर्माण पथ निर्माण विभाग करेगा। समझौते के तहत राज्य में 55 आरओबी बनाने का निर्णय पथ निर्माण विभाग की ओर से लिया गया है। यह काम बिहार राज्य पुल निर्माण निगम और बिहार राज्य पथ विकास निगम करेगा। आरओबी के निर्माण का खर्च रेलवे और राज्य सरकार मिलकर करेगी।
समस्तीपुर मंडल रेल प्रबंधक आलोक अग्रवाल ने बताया कि, केंद्रीय मंत्री की ओर से चार आरओबी की घोषणा की गई है। निर्माण कार्य पुल निर्माण निगम को देखना है। ब्लूप्रिंट देखने के बाद इस दिशा में रेलवे की ओर से आवश्यक प्रक्रिया पूरी की जाएगी।