ट्रेनों में सुरक्षा को ले बदली रणनीति, जानें क्या हुआ बदलाव
40 कैमरे खरीदे जाएंगे प्रथम चरण में चल रही प्रक्रिया समस्तीपुर रेल मंडल में शुरू हो रही पहल ऑटो रिकॉर्डिंग कैमरे के साथ जीपीआरएस से भी लैस होंगे जवान
समस्तीपुर, जेएनएन। रेलवे सुरक्षा बल के जवान अब अपने बॉडी कैमरे के साथ ड्यूटी करेंगे। उस कैमरे से ही ट्रेनों और स्टेशन एरिया में यात्रियों की निगरानी होगी। जवानों की वर्दी में बायीं तरफ पॉकेट के ऊपरी हिस्से पर उच्च क्षमता का (हाईडेफिनेशन) कैमरा लगा होगा। कैमरा फोटो के साथ-साथ ऑटो रिकॉर्डिंग भी करेगा। यह जीपीआरएस प्रणाली से जुड़ा होगा। इसके माध्यम से यात्रियों की गतिविधियों को वरीय अधिकारी लाइव देख सकेंगे। विभागीय स्तर पर खरीदारी को लेकर प्रक्रिया अंतिम चरण में है। बता दें कि आरपीएफ डीजी अरुण कुमार ने देश के सभी जोन की आरपीएफ के लिए इस योजना की घोषणा की थी।
आठ घंटे की रिकार्डिंग वाला होगा कैमरा
आठ घंटे रिकार्डिंग क्षमता वाले कैमरे को जवानों की वर्दी पर लगाया जाएगा। जैसे ही ट्रेन में ड्यूटी शुरू होगी, उक्त जवान कैमरे को ऑन कर देगा। इसके बाद जितनी देर तक वह ड्यूटी में रहेगा, इसके जरिए रिकार्डिंग होती रहेगी। रिकार्डिंग के साथ-साथ कैमरे में वॉयस और तस्वीर भी कैद हो जाएगी। ड्यूटी के दौरान वह कैमरा बंद नहीं कर सकता है।
138 कैमरे की होनी है खरीदारी
समस्तीपुर रेल मंडल में फिलहाल 138 कैमरे की खरीदारी होगी। इसमें ट्रेन स्कॉट ड्यूटी के लिए 54, प्लेटफॉर्म ड्यूटी के लिए 60 और 182 हेल्पलाइन ड्यूटी के लिए 24 कैमरे की खरीदारी होगी। फिलहाल प्रथम चरण में 40 कैमरे खरीदे जाएंगे। जिससे ट्रायल के रूप में कार्य लिया जाएगा। ट्रेनों में जहरखुरानी एवं अन्य अपराध को रोकने के लिए आरपीएफ जवानों की वर्दी पर कैमरा लगाने का निर्णय लिया गया है। रेलवे बोर्ड स्तर पर इसकी रूपरेखा तय कर ली गई है। रेलवे में आरपीएफ जवानों की वर्दी पर चरणबद्ध तरीके से कैमरे लगाए जाएंगे। पहले चरण में ट्रेनों में गश्त लगाने वाले जवानों की वर्दी पर कैमरे लगाए जाएंगे। उनके कैमरे में रिकॉर्ड होनेवाले फुटेज से संबंधित स्टेशन और मंडलीय कार्यालय में सुरक्षित रखी जाएगी। इस दौरान उन रूटों पर विशेष निगरानी बरती जाएगी, जहां जहरखुरानी और अन्य आपराधिक वारदात ज्यादा होती हैं।
लापरवाह कर्मियों पर भी रहेगी नजर
यह व्यवस्था ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतनेवाले आरपीएफ कर्मियों पर भी अंकुश लगाएगी। आमतौर पर ट्रेनों में कभी सीट को लेकर तो कभी कुछ और कारणों से विवाद होते रहते हैं। आरपीएफ जवान बीच बचाव की कोशिश करता है, तो उन पर आरोप लगते हैं। इन सभी कमियों को इन कैमरों के माध्यम से पूरी की जा सकती है। मंडल सुरक्षा आयुक्त अंशुमान त्रिपाठी ने बताया कि ड्यूटी करनेवाले आरपीएफ जवानों की वर्दी पर कैमरे लगाए जाएंगे।