चुन्नू ठाकुर समेत अन्य शराब धंधेबाजों की संपत्ति होगी जब्त
कई जिलों में शराब सिडिकेट का संचालन करने वाले चुन्नू ठाकुर व रवि मास्टर समेत उसके साथ शामिल करीब तीन दर्जन से अधिक धंधेबाजों पर नकेल कसने की कवायद तेज कर दी गई है।
-मुजफ्फरपुर : कई जिलों में शराब सिडिकेट का संचालन करने वाले चुन्नू ठाकुर व रवि मास्टर समेत उसके साथ शामिल करीब तीन दर्जन से अधिक धंधेबाजों पर नकेल कसने की कवायद तेज कर दी गई है। सूचना संग्रह कर विशेष टीम ने रविवार को मुशहरी, कांटी, मनियारी के अलावा वैशाली समेत कई जगहों पर छापेमारी की। हालांकि किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। पुलिस का कहना है कि चुन्नू ठाकुर की गिरफ्तारी को लेकर कई प्रदेशों की पुलिस से भी संपर्क स्थापित किया गया है। जल्द ही इसका परिणाम दिखेगा। दूसरी ओर ठिकाने से जब्त किए गए बैंक खातों के डिटेल्स के लिए बैंकों से संपर्क किया गया है। पुलिस का कहना है कि सोमवार को और कई बैंकों से संपर्क कर खाते को फ्रीज कराने की कवायद की जाएगी। इसके साथ ही चुन्नू व रवि मास्टर समेत अन्य पर पूर्व से दर्ज मामलों की भी फाइल खंगाली जा रही है। क्योंकि पूर्व में भी चुन्नू ठाकुर व उसके सिडिकेट के शागिर्दो पर शराब से संबंधित मामले दर्ज हैं, मगर शराब मामले में चुन्नू की कभी गिरफ्तारी नहीं होना पुलिस के लिए चुनौती बनी है। साथ ही धंधेबाजों की संपत्ति के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। इसके लिए निबंधन समेत अन्य विभागों से संपर्क किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गैरकानूनी ढंग से अर्जित की गई इन धंधेबाजों की संपत्ति को हर हाल में जब्त किया जाएगा। इस दिशा में भी तेज गति से कार्रवाई चल रही है। बता दें मिठनपुरा थाना क्षेत्र के पीएनटी बेला रोड के एक अपार्टमेंट के एक फ्लैट से चुन्नू ठाकुर व रवि मास्टर द्वारा शराब सिडिकेट का संचालन किया जा रहा था। इसकी सूचना पर पुलिस ने वहां पर छापेमारी कर सिडिकेट से जुड़े तीन धंधेबाजों को गिरफ्तार किया था। वहां से दो देसी पिस्तौल, तीन गोली, शराब की दो बोतलें, कई बैंकों के खाते, 32 हजार 910 रुपये नकदी, डेबिट कार्ड, लैपटाप, शराब के धंधे का लेखा-जोखा वाला चार रजिस्टर, लक्जरी दो कार व एक बुलेट, पांच मोबाइल समेत अन्य सामान जब्त की थी। पूछताछ के बाद गिरफ्तार तीनों धंधेबाज वैशाली पातेपुर हरलोचन सुक्की के अमित कुमार, कुढ़नी खरौना डीह के उज्जवल कुमार और कुढ़नी चढ़ुआ के दीपक कुमार को जेल भेज दिया गया था। पूछताछ में इन सभी ने सिडिकेट से जुड़े करीब तीन दर्जन से अधिक धंधेबाजों के नाम बताए। साथ ही जब्त रजिस्टर से करोड़ों के लेन-देन का भी पता चला है। इसके जरिए पुलिस सभी बिदुओं पर कार्रवाई करने में जुटी है।