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प्रखंड की सहमति के बाद भी नहीं मिला नगर पंचायत का दर्जा

सहिला रामपुर पंचायत को प्रखंड बनाने के लिए ग्रामीणों के आंदोलन पर सरकार ने इसे मान लिया, लेकिन अभी तक नगर पंचायत का भी दर्जा नहीं मिला।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 10:00 AM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 10:00 AM (IST)
प्रखंड की सहमति के बाद भी नहीं मिला नगर पंचायत का दर्जा
प्रखंड की सहमति के बाद भी नहीं मिला नगर पंचायत का दर्जा

मुजफ्फरपुर। मैं सहिला रामपुर पंचायत बोल रही हूं। मेरी आचल में सहिला रामपुर, सिमरी फकीरा, सिमरी बसंत ,बलुआहा गाव हैं। मेरी ही गोद में हथौड़ी थाना एवं साहिला रामपुर चौक का उन्नत बाजार जहा प्रतिदिन लाखों का टर्नओवर होता है और सरकार के खाते में टैक्स भी जमा होता है। लोगों ने प्रखंड के लिए कई बार आंदोलन किया जिसे सरकार ने मान लिया। लेकिन, आज तक प्रखंड कौन कहे नगर पंचायत का भी दर्जा नहीं मिला।

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कृषि प्रधान आबादी का मुख्य पेशा कृषि है, लेकिन किसानों के लिए इस पंचायत में एक भी राजकीय नलकूप नहीं है। चौपाल में उपस्थित लोगों ने कहा कि विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध नहीं है। वहीं मध्याहन भोजन में भी गड़बड़ी है। आगनबाड़ी केंद्र पर सेविका केवल फर्जी हाजिरी बनाती है। शनिवार को दैनिक जागरण की ओर सहिला रामपुर पंचायत में लगाई गई चौपाल में लोगों ने पंचायतों में चल रही सरकारी योजनाओं के बारे में खुलकर अपनी राय रखी। सरकार की सात निश्चय योजना की भी खामिया उजागर हुई। वहीं, शौच मुक्त पंचायत घोषित होने के बावजूद सहिला रामपुर चौक पर एक भी सामुदायिक शौचालय उपलब्ध नहीं है, जबकि सरकार को प्रतिदिन सारे व्यवसायी हजारों रुपए टैक्स भरते हैं। सहिला रामपुर चौक पर लाखों का टर्नओवर प्रतिदिन होता है तो आखिर शौच मुक्त पंचायत के चौक पर एक भी सामुदायिक शौचालय क्यों नहीं है। फिर भी पंचायत शौच मुक्त घोषित हो गया तो आखिर इसकी जवाबदेही किसकी, यही मुद्दा उठा व्यवसायियों ने सरकार से जबाव मागा। इस पंचायत में दो स्वास्थ्य उपकेंद्र रहते हुए भी आपातस्थिति में लोगों को प्रखंड मुख्यालय या जिला मुख्यालय का रुख करना पड़ता है तो यह भी आवाज जनता ने उठाई। प्रखंड की अपेक्षा रखते हुए फिर भी कम से कम लोगों को स्वास्थ्य सुविधा तो मिलनी चाहिए। उच्च विद्यालय के जर्जर भवन के कारण विद्यार्थी विद्यालय नहीं जाते हैं। उपस्थित लोंगो ने एक स्वर प्रखंड की आवाज बुलंद की। आज भी वार्ड 15में दलित बस्ती में सड़क सुविधा नहीं है।

पंचायत एक नजर में

जनसंख्या 14500

मतदाता 8600

वार्ड 15

उच्च विद्यालय एक

मध्य विद्यालय 4

प्राथमिक विद्यालय - 2

स्वास्थय उपकेंद्र - 2

बैंक 1

थाना -1

आगनबाड़ी केंद्र- 10

पेट्रोल पंप -1

बाइक एजेंसी -1 चौपाल में हुए उपस्थित

मनोज कुमार, आदर्श कुमार, उमेश पासवान, नीतीश्वर यादव ,गुलाब यादव, रमण कुमार अनीत कुमिर , राजवीर साह,नारायण साह, मो. जब्बार बैठा, नागेन्द्र सहनी, फूल कुमारी, संजू देवी, लक्ष्मी यादव, अजय चौधरी, कैलाश स नी, सहदेव राय, सुनील चौधरी, विजय सहनी, कमतरी देवी, सिया देवी ,फुलझरिया देवी, सरिता देवी।

सहिला रामपुर को प्रखंड का दर्जा दिलाने के लिए कृत संकल्प हूं। नाम प्रखण्ड का हथौड़ी हो या सहिला रामपुर हम सभी एक हैं। सरकार को राजस्व देते हैं तो फायदा हमें मिलना चाहिए। अबतक मैंने 8000फीट पीसीसी ,3000फीट ईट सोलिंग ,आठ वार्ड में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध किया है।

नीलम कुमारी सिन्हा, मुखिया।


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