अतिक्रमण से सिकुड़ती जा रहीं शहर की मुख्य सड़कें, जाम से परेशान रहते लोग
मुख्य सड़क को ही लोगों ने कर रखा है कब्जा। दो साल पहले चला था सघन अतिक्रमण हटाओ अभियान। रोसड़ा अनुमंडल मुख्यालय के कई महत्वपूर्ण हिस्सों में अतिक्रमणकारियों का कब्जा है।
समस्तीपुर, जेएनएन। समस्तीपुर जिले के रोसड़ा अनुमंडल मुख्यालय के कई महत्वपूर्ण हिस्सों में अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। सड़क की जमीन हो या सरकार की, अवैध रूप से रह रहे लोग इसे अपना अधिकार समझने लगे हैं। इसके कारण लोगों को एक ओर जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है, तो दूसरी ओर सरकारी भूमि की पर कोई उद्देश्यपूर्ण कार्य नहीं हो पा रहा है। रोसड़ा शहर से गुजरने वाली मुख्य सड़क एसएच-55 का हाल और ही बुरा है।
बड़ी दुर्गा स्थान एवं सिनेमा चैक के साथ-साथ महावीर चौक तथा रजिस्ट्री ऑफिस के निकट सड़क पर दुकान सजाने तथा आड़े-तिरछे वाहन खड़ी करने के कारण प्रतिदिन लोगों को यातायात की गंभीर समस्या झेलनी पड़ती है। बड़ी दुर्गा स्थान तथा सिनेमा चौक से गांधी चौक के बीच जाम के झाम में फंसना लोगों की नियति बन चुकी है। सड़क पर सजा दुकान और उसके आगे लगे खरीददारों की भीड़ के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो रही है। वहीं गुदरी बाजार, ब्लॉक रोड तथा पुरानी बाजार में भी यही नजारा देखने को मिलता है। वर्षों से जमे अतिक्रमणकारियों के विरूद्ध कार्रवाई नहीं होने से परेशान आमलोग प्रशासन पर उदासीनता का आरोप लगा रहे हैं।
वर्षों पूर्व चला था अभियान
करीब दो वर्ष पूर्व अनुमंडल मुख्यालय में सघन रूप से अतिक्रमण मुक्ति अभियान चलाया गया था। जिसमें शहर के सभी मुख्य सड़कों को तत्काल अतिक्रमण से मुक्त करा दिया गया था। महीनों तक सड़कें अतिक्रमण से मुक्त रही। लेकिन धीरे-धीरे पुन: अतिक्रमणकारी कब्जा जमाते चले गए और आज यह आलम है कि शहर का एक भी सड़क अतिक्रमण से मुक्त नहीं है। लोगों की मानें तो प्रशासन की ओर से यदि नियमित नजर रखा जाता तो यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती।
क्या कहते हैं लोग
रोसड़ा यूआर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य प्रो. शिव शंकर प्रसाद ङ्क्षसह ने कहा कि सड़क पर यत्र-तत्र दुकान सजाने के कारण हमेशा ही दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। चौक-चौराहे पर भी ठेला पर सामान बेचने तथा दुकान सजने के कारण लोगों को आने-जाने में भी समस्या का सामना करना पड़ता है। प्रशासन को निश्चित रूप से इस ओर सकारात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।
रोसड़ा वरिष्ठ लोक मंच सचिव - रामेश्वर पूर्वे ने कहा कि दुकानदारों द्वारा दुकान के सामने सड़क तक बाजार लगाना कहीं से उचित नहीं है। प्रत्येक वर्ष प्रशासन और पब्लिक के बीच बैठक में इस पर चर्चाएं अवश्य होती है। लेकिन न तो दुकानदार स्वयं ही इस ओर ध्यान देते हैं और न ही प्रशासनिक स्तर पर ही इस ओर कार्रवाई की जाती है। जिसके कारण आमलोगों को समस्या झेलनी पड़ रही है।
डॉ. विनय कुमार ने कहा कि शहरी क्षेत्र में जगह-जगह सरकारी भूमि वर्षों से अतिक्रमित है। प्रशासनिक उदासीनता या अनदेखी के कारण सरकार की बहुउपयोगी जमीन पर अवैध लोगों द्वारा कब्जा जारी है। इस तरह के भूखंडों को अतिक्रमण मुक्त कराने से शहर में कई योजनाओं का लाभ मिलना संभव है।
डॉ. एमके लखोटिया ने कहा कि सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त करना आवष्यक है। इस ओर निश्चित रूप से प्रशासन को पहल करनी चाहिए। अतिक्रमणमुक्त नहीं होने की स्थिति में सिकुड़ी हुई सड़क पर जाम की समस्या के बीच कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। प्रशासन को प्राथमिकता के आधार पर इस ओर पहल करने की आवष्यकता है। नगर पंचायत की मुख्य पार्षद रेणु देवी ने कहा कि शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराना आवश्यक है।
नगर पंचायत बोर्ड की बैठक में भी कई बार इस समस्या पर विमर्श किया गया है। पूर्व में भी कार्यपालक पदाधिकारी को नगर पंचायत क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराने संबंधित निर्देश जारी किया जा चुका है। रोसड़ा के अनुमंडलाधिकारी अमन कुमार सुमन ने कहा कि अतिक्रमणकारियों के विरूद्ध जल्द ही सघन अभियान चलाया जाएगा। अंचलाधिकारी एवं नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को पूर्व में भी अतिक्रमण मुक्ति संबंधित निर्देश दिया जा चुका है। अनुमंडल मुख्यालय में अतिक्रमणकारियों को चिन्हित कर नियमानुकूल कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
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