सड़क में गड्ढा नहीं, गढ्डे में सड़क खोजते वाहन चालक
मैं बसतपुर चैनपुर पंचायत बोल रही हूं।
मुजफ्फरपुर। मैं बसतपुर चैनपुर पंचायत बोल रही हूं। सरकारें बदलती रहीं, विकास की चर्चा सुन- सुन कर कान बहरे हो गए, आखें पथरा गई, लेकिन मूल समस्याएं आज भी मेरे समक्ष मुंह बाए खड़ी हैं। साहेबगंज तथा पूर्वी चंपारण जिले के चकिया को जोड़ने वाली मुख्य सडक पूरनछपरा मार्ग इस आधुनिक युग में भी उपेक्षित है। 20 किलोमीटर लंबी इस सड़क से दो जिलों की दो दर्जन पंचायत से हजारों लोगों का परिचालन होता है। यहां वाहन चालक सड़क में गड्ढा नहीं, अपितु गढ्डों मे सड़क तलाशते हैं। सड़क की हालत बद से बदतर हो चली है जहां पैदल चलना मुश्किल है। मुखिया सह प्रखंड मुखिया संघ के उपाध्यक्ष अवधेश प्रसाद गुप्ता ने इस सड़क को प्रधान मंत्री सड़क योजना से बनवाने का हरसंभव प्रयास किया। सड़क की मापी हुई, लेकिन निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ। ग्रामीण सड़क से चलने वालों की पीड़ा समझते हैं, परंतु करे तो क्या ? यहां सरकार की दृष्टि ही नहीं पहुंच पा रही है। पंचायत में सरकारी योजना से पंचायत सरकार भवन बनाने का प्रस्ताव पारित है, लेकिन दफ्तरों में फंसी फाइल पर हुक्मरान की नजर नहीं पहुंची और निर्माण की योजना अधर में फंसी रही जबकि अन्य पंचायतों में पंचायत सरकार भवन बन कर तैयार हो चुका है।
पंचायत में वृद्धापेंशन योजना से बंचित लोगों को जोड़ने की दिशा मे प्रयास चल रहा है, लेकिन सर्वाधिक लोग अब भी इसके लाभ से वंचित हैं। जरूरतमंद लोग प्रखंड मुख्यालय की चक्कर काटते-काटते थक चुके हैं परन्तु नाम नहीं जुड़ सका है। स्वच्छ भारत अभियान के तत्वावधान में शौचालय बनाने तथा नल जल योजना से वार्ड 13 ,7,2 में लोगों को लाभ पहुंचाने हेतु कार्य प्रगति पर हैं, परन्तु गति धीमी होने से लोगों में असंतोष व्याप्त है। मूलरुप से कृषि पर आधारित किसानों की सिंचाई मौसम पर आधारित है। यहां सरकारी नलकूप नहीं हैं तथा नहर की वितरणी में कभी पानी आता ही नही। पंचायत भवन, सामुदायिक भवन तथा विशभरापुर स्थित पुस्तकालय भवन का लंबे अर्से मरम्मत नहीं होने के कारण भवन जर्जर हो चुका है जो कभी भी धाराशायी होने की स्थिति में है। पंचायत में जनवितरण प्रणाली की दुकान वार्ड नं 10 मुबारक मियां पर शिकायत है। मुखिया कहते हैं कि स्थिति नहीं सुधरी तो कार्रवाई होगी। आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन से लोग खासे नाराज हैं। लोगों का कहना है कि सीडीपीओ कार्यालय में आंगनबाड़ी केंद्रों से नाजायज वसूली कराई जाती है जिससे पंचायत में केंद्र का संचालन कागज पर होता है तथा जांच रिपोर्ट सीडीपीओ कार्यालय में संचिकाओं की शोभा की वस्तु बनकर रह गई है।
युवाओं का सपना
संतोष कुमार पासवान, सुरेंद्र राम, विकास कुमार, सुनील कुमार, धनंजय पासवान, चंदन कुमार, हेमंत कुमार आदि बताते हैं कि दैनिक जागरण के कॉलम गांव की पाती ने गांव के शिक्षित युवाओं को एक प्लेटफॉर्म मुहैया कराया है जो अतिप्रशसनीय है। उनका का सपना है कि गांव में सरकार रोजगार का अवसर मुहैया कराए। वे नौकरी के मोहताज नही हैं परन्तु रोजगार का इंतजार है।
एक नजर मे पंचायत
आबादी -12000
मतदाता 7000
वार्ड 13
जविप्र दुकान 4
आंगनबाड़ी 10
म.विद्यालय 3
प्रा.विद्यालय 2
उर्दू विद्यालय 1
चौपाल में हुए शामिल
अखिलेश कुमार, राजकिशोर दास, उप मुखिया विनोद राय, सोनूलाल पासवान अवधेश कुमार राउत, उपेंद्र कुमार राय, रंभा देवी, देवी, फूलदेव तिवारी, संतोष पासवान, सरिता देवी, चंदेश्वर सिंह तथा राजकिशोर राम।
लगभग 10 हजार फीट सोलिंग के अलावा विभिन्न वार्डों की सड़कों का निर्माण कराया। 23 हजार फीट पीसीसी सडक निर्माण तथा मिट्टी कार्य कराया। पंचायत में रोजगार का अवसर मिले। प्रस्तावित पंचायत सरकार भवन का निर्माण हो तथा दो जिले को जोड़ने वाली मुख्य सडक पूरनछपरा मार्ग का प्रधानमंत्री सड़क योजना से निर्माण कराया जाए।
अवधेश प्रसाद गुप्ता, मुखिया
सह उपाध्यक्ष प्रखंड मुखिया संघ।