बंद होते जा रहे आउटलेट, बढ़ रही जलजमाव की पीड़ा
मुजफ्फरपुर जलजमाव शहरवासियों के लिए सालाना पीड़ा बनी हुई है।
मुजफ्फरपुर : जलजमाव शहरवासियों के लिए सालाना पीड़ा बनी हुई है। इससे मुक्ति के नाम पर हर साल निगम बेदम नालों की उड़ाही पर लाखों रुपये खर्च करता है। शहर को जलजमाव से मुक्ति दिलाने लिए पांच दशक पूर्व बनी जलनिकासी की योजना दम तोड़ चुकी है। शहर का पानी बाहर निकालने के लिए बने आउटलेट बंद होते जा रहे हैं। इसके साथ जलजमाव की पीड़ा और गंभीर होते जा रही है।
शहर के पश्चिमी भाग का पानी दामोदरपुर रेल गुमटी होकर बाहर निकलता था। लेकिन दामोदरपुर गुमटी के पास गांव के लोगों ने नाला बंद कर दिया है। वे शहर के पानी अपने इलाके में आने देने को तैयार नहीं हैं। एक बड़े इलाके में जलजमाव की समस्या उत्पन्न होने वाली है। शहर के पूर्वी भाग का पानी बालूघाट स्लुईस गेट के माध्यम से बाहर निकलता है। लेकिन आधा दर्जन लोगों ने इस निकासी मार्ग का अतिक्रमण कर लिया है। बहाव बाधित हो रहा है। नारायणपुर-दिघरा रोड का निर्माण हो रहा है। यहां सड़क चौड़ीकरण के नाम पर नाला को पूरी तरह से भर दिया गया है जिससे बेला-दिघरा आउटलेट स्थायी रूप से बंद हो गया है।
-----------------------
शहर में जलजमाव के पांच प्रमुख कारण
- शहर के पूर्वी भाग के दस वार्डो यथा वार्ड नंबर 25, 34, 35, 36, 37, 38, 39, 47, 48 एवं 49 का जल निकासी बेला स्थित बियाडा होकर धीरनपट्टी होकर दिघरा मन में जाता है। लेकिन मिठनपुरा चौक से बियाडा होते हुए दिघरा तक कोई सुगम नाला नहीं है जिस कारण उक्त वार्डो में जलजमाव रहता है।
- शहर के उत्तरी क्षेत्र के वार्डो यथा, वार्ड 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18 एवं 45 का जलजमाव रहता है जल निकासी के लिए बूढ़ी गंडक नदी के किनारे बांध पर चाल स्लूईस गेट बना हुआ है लेकिन सहजता से पानी निकासी नहीं हो पाता है।
- शहर के फरदो नाला एवं शहर से सटे पंचायत के बड़े नालों की सफाई के संबंध में वस्तुस्थिति यह है कि फरदो नाला शहर के बीचो-बीच निकला है जो खबड़ा पंचायत होते हुए फरदो नदी में जाती है। नाला की चौड़ाई 20 फीट एवं गहराई 15 फीट है। इसकी सतह तक की सफाई लगभग 15 वर्षो से नहीं हो पाई है। शहर के बीच के वार्डो यथा वार्ड 11, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28 एवं 29 में जलजमाव की समस्या बनी रहती है।
- शहर के पश्चिमी भाग का पानी दामोदरपुर रेल गुमटी होते हुए उक्त पंचायत के रास्ते बाहर निकलता है। लेकिन ग्रामीणों द्वारा शहर को पानी पंचायत होकर निकलने से रोक दिया गया है। इससे वार्ड नंबर दो एवं पांच का अधिकांश क्षेत्र विशेषकर संजय सिनेमा एवं राहुल नगर में भारी जलजमाव होता है।
- शहर के बीचो-बीच रेलवे टै्रक गुजरा है। ट्रैक की चौड़ाई लगभग 200 फीट है। ट्रैक के नीचे से होकर गुजरने वाले संकीर्ण नाला से शहर के उत्तरी भाग का पानी दक्षिण की तरफ जाता है। लेकिन सुरक्षा कारणों से पिछले दो दशक से टै्रक के नीचे बने नाला की उड़ाही नहीं हो पाई है जिससे शहर के उत्तर भाग का पानी नहीं निकल पाता और वहां भारी जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।