पीएम जन आरोग्य योजना में लाभुक चयनित, गरीबों को मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जिले में चार लाख 97 हजार 747 लाभुकों का चयन किया गया है।
मुजफ्फरपुर। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जिले में चार लाख 97 हजार 747 लाभुकों का चयन किया गया है। इन्हें पांच लाख तक के इलाज का लाभ मिलेगा। 23 सितंबर को जिलास्तर पर प्रभारी मंत्री पशुपति पारस गोल्डेन कार्ड देकर योजना की शुरुआत करेंगे। इसके लिए 20 लाभुकों का चयन किया जा रहा है। समाहरणालय में उद्घाटन के मौके पर उन्हें बुलाया जाएगा। लाभुकों के बीच सदर अस्पताल से पीएचसी तक आयुष्मान भारत विशेष काउंटर से कार्ड का वितरण किया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ.शिवचंद्र भगत ने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की तैयारी अंतिम चरण में है। सदर अस्पताल में विशेष काउंटर बनाया जा रहा है।
किस प्रखंड में कितने लाभुक
पीएम जय आरोग्य योजना के तहत सबसे ज्यादा लाभांवित कुढ़नी में तो सबसे कम मड़वन में होंगे। इनकी इंट्री कर दी गई है। चयनितों को आधार कार्ड के आधार पर इलाज के लिए गोल्डेन कार्ड दिया जाएगा।
प्रखंड----लाभांवित परिवार
औराई------43734
बंदरा------21805
बोचहां------31572
गायघाट----36877
कांटी----20339
कटरा----36739
कुढ़नी---50921
मड़वन---7963
मीनापुर----45255
मोतीपुर---31914
मुरौल----13390
मुशहरी----22250
पारू----29664
साहेबगंज---18322
सकरा-----36910
सरैया-----27506
नगर निगम, मुजफ्फरपुर---14382
कांटी नगर परिषद----3126
मोतीपुर नगर परिषद---2349
साहेबगंज नगर परिषद---2729 पीएम रांची से करेंगे योजना की शुरुआत
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 23 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को राची से लांच करेंगे। योजना के तहत लाभुक को पांच लाख रुपये तक के इलाज की मुफ्त सुविधा मिलेगी।
प्रभार सौंपे बगैर कक्ष नहीं छोड़ेंगी नर्स
एसकेएमसीएच में कर्तव्य पर तैनात कर्मियों को बगैर प्रभार सौंपे कार्यस्थल को नहीं छोड़ना है। अस्पतालअधीक्षक डॉ. सुनील कुमार शाही ने सभी परिचारिकाओं को भी आदेश दिया है कि कार्य का आदान-प्रदान करने के बाद कक्ष छोड़ें। इसे आदत में शामिल करें। मरीजों को जब-तब स्थिति गंभीर होने के दौरान परेशानी बढ़ती है और उनके परिजन का आक्रोश सभी को झेलना पड़ता है। कक्ष में आने वाले रिलीवर का इंतजार करें। उन्हें कार्य का प्रभार सौंप कर ही कक्ष से निकले। ड्यूटी के दौरान कर्तव्य स्थल पर ही रहें। इसमें उदासीनता बरतने व शिकायत मिलने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
मालूम हो कि एसकेएमसीएच में ड्यूटी पर कुछ को छोड़कर अधिकतर चिकित्सक व कर्मी विलंब से पहुंचते हैं। वहीं जाने के समय से पहले ही निकल जाते हैं। विशेषकर सुबह सात से आठ, दोपहर 1.30 से 2.30 व रात 7 से आठ बजे के बीच कक्ष में कोई कर्मी नहीं मिलता है।