Indian Railway : घोसवर से वैशाली के बीच ट्रेन परिचालन की तैयारी अंतिम चरण में, यह है वर्तमान स्थिति
Indian Railway लॉकडाउन के चलते ट्रेन से सफर के लिए अभी करना होगा इंतजार। घोसवर-वैशाली नवनिर्मित रेललाइन पर परिचालन को मिली सीआरएस की हरी झंडी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। हाजीपुर-सुगौली नई रेल लाइन परियोजना के घोसवर से वैशाली तक 30 किलोमीटर लंबे रेलखंड पर ट्रेन परिचालन को हरी झंडी मिल गई है। रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वी परिमंडल (सीआसरएस इस्टर्न सर्किल ) मोहम्मद लतीफ खान ने सुरक्षा मानकों को पूरा करने के बाद इस रेलखंड पर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनों के परिचालन की स्वीकृति दे दी है।
पर्यटन का विकास होगा
सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि सीआरएस की मंजूरी मिल गई है। इस रेलखंड पर परिचालन शुरू होने के बाद पर्यटन का विकास होगा। लॉकडाउन के चलते बंद हो चुकी ट्रेनों का परिचालन शुरू होने और ट्रेन से सफर करने के लिए अभी लोगों को इंतजार करना पड़ेगा। जून के अंतिम सप्ताह से ही ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा। उक्त नवनिर्मित रेललाइन पर एक जोड़ी ट्रेन के परिचालन को लेकर रेलवे अपने स्तर से तैयारी में लग गया है। इस परियोजना की स्वीकृति वर्ष 2003-04 में प्रदान की गई थी ।
2004 में हुअा था शिलान्यास
10 फरवरी, 2004 को तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा हाजीपुर-सुगौली रेलखंड का शिलान्यास किया गया था। 148.5 किलोमीटर लंबी परियोजना के लिए 528.65 करोड़ का बजट था। जनवरी, 2019 में 2066.78 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया। इस परियोजना को चार खंडों में बांटा गया है। प्रथम खंड में हाजीपुर से घोसवर तक (5.5 किमी) का कार्य 04 दिसंबर 2006 को पूरा कर लिया गया था। दूसरे चरण में 30 किमी लंबे घोसवर से वैशाली तक का कार्य पूरा कर लिया गया। 17 मार्च से इस रेलखंड पर इंजन का स्पीड प्रारंभ किया गया था।
कार्य प्रगति पर
तीसरे चरण में वैशाली से देवरिया तक (30 किमी) तथा चौथे चरण में देवरिया से सुगौली तक (83 किमी) का कार्य प्रगति पर है। घोसवर से वैशाली के बीच हरौली फतेहपुर, लालगंज एवं वैशाली स्टेशनों का निर्माण किया गया है। इस रेलखंड पर कुल 46 लघु पुल, 01 आरओबी एवं 16 आरयूबी का निर्माण किया गया है।