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सीतामढ़ी में मेयर व उपमेयर चुनाव के लिए नए अध्यादेश से उत्साहित हैं संभावित प्रत्याशी

सीतामढ़ी जिले में बस परिसीमन का इंतजार मेयर चुनाव में कूदने को नए-पुराने चेहरे सब तैयार बिहार नगरपालिका संशोधन अध्यादेश 2022 भी लागू हो गया है। इस अध्यादेश से अब मेयर और उप मेयर का चुनाव तो मतदाता करेंगे।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 04:04 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 04:04 PM (IST)
सीतामढ़ी में मेयर व उपमेयर चुनाव के लिए नए अध्यादेश से उत्साहित हैं संभावित प्रत्याशी
सीतामढ़ी ज‍िले में मेयर चुनाव को लेकर संभाव‍ित प्रत्‍याशी खुश। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

सीतामढ़ी, जासं। अस्तित्व में आए हुए नगर निगम को करीब सालभर हो गए। साल के आखिरी में नगर निगम का सर्वेसर्वा जिला पदाधिकारी बन गए। उनको सरकार ने प्रशासक नियुक्त कर दिया। अब सिर्फ, नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्डों के परिसीमन का इंतजार है। परिसीमन की स्थिति स्पष्ट होते ही चुनाव की घोषणा हो जाएगी। वैसे 28 वार्डों वाला नगर परिषद व डुमरा नगर पंचायत के साथ नए जुडऩेवाले इलाकों को मिलाकर कुल 46 वार्ड बनने की बात सामने आई है।

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बिहार नगरपालिका संशोधन अध्यादेश 2022 भी लागू हो गया है। इस अध्यादेश से अब मेयर और उप मेयर का चुनाव तो मतदाता करेंगे लेकिन, जिनको जनता चुननेवाली है उनमें चुनाव लडऩे की उत्सुकता हिलोरें मार रही हैं। निवर्तमान कई वार्ड पार्षद चुनावी मैदान में उतरने को उतावले दिख रहे हैं। हालांकि परिसीमन कर वार्डों का निर्धारण व आरक्षण रोस्टर पूरा नहीं होने से थोड़ा असमंजस है। बावजूद अधिकतर निवर्तमान वार्ड पार्षद नगर निगम के संभावित चुनाव में कूदने को तैयार हैं। कह सकते हैं कि इक्का-दुक्का चेहरे को छोड़कर अधिकतर निवर्तमान वार्ड पार्षद चुनावी मोड में आ जुके हैं।

ऐसा अनुमान है कि शहरी क्षेत्र के वर्तमान में जितने वार्ड हैं उनकी संख्या आधी हो जाएगी। क्योंकि , नगर निगम के लिए वार्ड की जनसंख्या के लिए कम से कम दो वार्ड को एक वार्ड बनाना होगा। इस हिसाब से उस वार्ड के निवर्तमान वार्ड पार्षद उस पर दांव आजमाने में पीछे नहीं रहेंगे। इसके अलावा कई नए चेहरे भी इस बार नगर निगम के चुनाव में हाथ आजमाने की तैयारी में हैं। वैसे नगर निगम चुनाव में राजनीतिक दलों से जुड़े लोग भी काफी संख्या में प्रत्याशी बनने को तैयार हैं। इससे राजनीतिक दल के समर्थित प्रत्याशी भी भाग्य आजमाएंगे। आम मतदाता द्वारा मेयर और उप मेयर का चुनाव होने का नियम लागू होने से राजनीतिक दल से जुड़े कई कद्दावर भी प्रत्याशी बनने की तैयारी में है। अब मेयर, उप मेयर की कुर्सी जीते हुए पार्षदों के सहारे बंद कमरे में तय नहीं होगी, इसको लेकर कई प्रत्याशी उत्साहित हैं और कई संभावित चेहरे लोगों से संपर्क कर अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं।

वार्ड पार्षद के साथ मेयर पद पर भी निशाना

मालूम हो कि नगर परिषद, डुमरा नगर पंचायत व आसपास के पंचायत क्षेत्र के कुछ भाग को मिलाकर 46 से 48 वार्ड नगर निगम में शामिल किया जाना है। इसको लेकर वार्डों से चुनाव लड़ने वालों की संख्या में भी भारी इजाफा होगा। वार्ड 8 के निवर्तमान वार्ड पार्षद मनीष कुमार बतातें है कि वे चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। परिसीमन हो जाने पर स्थिति स्पष्ट हो जाती। बावजूद आमलोगों से मिलने-जुलने का क्रम जारी है। कहा कि मेयर व उप मेयर का चुनाव आम मतदाताओं द्वारा होना एक बेहतर कदम है। वही, वार्ड 27 के निवर्तमान वार्ड पार्षद आफताब अंजुम बिहारी बताते हैं कि वे भी चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। इसको लेकर अपने वार्ड व बगल के वार्ड के अलावा पूरे नगर निगम क्षेत्र में मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं। अब जब मेयर व उप मेयर का चुनाव सीधे मतदाताओं द्वारा होगा तो पार्षद के साथ-साथ मेयर पद के लिए हाथ आजमाने से गुरेज नहीं है।


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