एक-दूसरे के खेमे में सेंध लगाने को सियासी चाल
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर निगम की राजनीति गर्म पर्दे के पीछे किंग मेकर सक्रिय। 21 पार्षदों के प्रस्ताव पर महापौर ने नहीं लिया संज्ञान सरकार से शिकायत।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। महापौर सुरेश कुमार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नगर निगम की राजनीति गरमा गई है। प्रस्ताव पर चर्चा एवं वोटिंग की तिथि तय होने के बाद एक-दूसरे के खेमा में सेंध लगाने को सियासी चाल तेज हो गई हैं। खुलकर तो नहीं, लेकिन पर्दे के पीछे से शहर के राजनीतिक कई किंग मेकर शतरंज की चाल चल रहे हैं और अपने-अपने खेमा को राह दिखा रहे हैं।
महापौर के निर्देश पर नगर आयुक्त ने प्रस्ताव पर बहस एवं मतदान के लिए 15 जून को विशेष बैठक बुलाई है। हालांकि दोनों खेमा अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। अपने-अपने पक्ष में पार्षदों के संख्या बल को मजबूत करने में लगे हैं। दोनों खेमा ने टीम बनाकर एक-दूसरे में सेंध लगाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। अज्ञातवास पर भेजे गए पार्षदों तक पहुंचने के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
उपमहापौर पर अविश्वास प्रस्ताव को लेकर टकराव
महापौर ने दूसरे खेमा के 21 पार्षदों द्वारा महापौर एवं उपमहापौर, दोनों के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव पर संज्ञान नहीं लिया। इससे दूसरा खेमा नाराज है। वह उपमहापौर के खिलाफ भी प्रस्ताव लाने को अडिग है। महापौर द्वारा उनके प्रस्ताव पर संज्ञान नहीं लिए जाने से नाराज पार्षदों ने सरकार को पत्र लिखकर शिकायत की है।
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