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Bihar Assmbly Election 2020: हसनपुर में तेज प्रताप की उम्मीदवारी की चर्चा से बनने-बिगड़ने लगे सियासी समीकरण

Bihar Assmbly Election 2020 समस्तीपुर के हसनपुर विधानसभा सीट पर हमेशा से रहा है यादव प्रत्याशियों का कब्जा। तेज प्रताप यादव की घोषणा के बाद यहां सियासी हलचल है। ऐश्वर्या राय के इस सीट पर चुनौती देने की तैयारी से सभी का ध्यान केंद्रित।

By Murari KumarEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 06:43 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 08:14 PM (IST)
Bihar Assmbly Election 2020:  हसनपुर में तेज प्रताप की उम्मीदवारी की चर्चा से बनने-बिगड़ने लगे सियासी समीकरण
तेज प्रताप यादव की हसनपुर सीट से चुनाव लडऩे की घोषणा के बाद सियासी हलचल है।

समस्तीपुर, मुकेश कुमार। Bihar Assmbly Election 2020:  लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) की हसनपुर सीट से चुनाव लडऩे की घोषणा के बाद सियासी हलचल है। अंदरखाने समीकरण बनने-बिगडऩे लगे हैं। उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) द्वारा इस सीट पर उन्हें चुनौती देने की तैयारी से सभी का ध्यान यहां केंद्रित हो गया है। चुनावी पंडित अब गुणा-भाग और ऐश्वर्या के लिए संभावित पार्टी की अटकलबाजी में जुटे हैं। हालांकि, एनडीए (NDA) में जदयू (JDU) की सीटिंग सीट होने के कारण ज्यादा कयासबाजी तो नहीं हो रही, पर नई चर्चा के कारण कानाफूसी जरूर हो रही। 

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 दूसरी ओर, तेज प्रताप के यहां आने की घोषणा के बाद ही महागठबंधन (Grand Alliance) के अन्य घटक दलों के लिए दावेदारी खत्म मानी जा रही है। पांच साल से जमीन तैयार करते स्थानीय नेताओं के चेहरे पर मायूसी देखी जा रही है। हालांकि, गठबंधन धर्म का निर्वाह करते हुए वे सार्वजनिक कुछ भी कहने से परहेज कर रहे। तेज प्रताप इस सीट से चुनाव लडऩे का पूरा मन बना चुके हैं। स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ इलाके का भ्रमण भी कर चुके हैं। हसनपुर बाजार में रोड शो भी किया था। उल्लेखनीय है कि ऐश्वर्या और तेज प्रताप के बीच तलाक प्रकरण पर कानूनी लड़ाई जारी है।

यादव उम्मीदवारों का रहा है वर्चस्व

इस सीट पर यादवों का वर्चस्व रहा है। गठन काल से इस सीट पर यादव उम्मीदवार जीतते रहे हैं। स्थानीय प्रबुद्ध जन बताते हैं कि यहां जाति के आगे दलों की परिपाटी गौण हो जाती है। कुछ जाति विशेष का अपना समीकरण है जो अलग-अलग फार्मूलों पर सेट होता रहा है। 

 1962 में गठित इस विधानसभा क्षेत्र के पहले विधायक कांग्रेस के महावीर राउत बने। इसके बाद 1967, 1969, 1972, 1977, 1980, 1990 एवं 2000 तक इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके गजेंद्र प्रसाद हिमांशु बिहार विधानसभा में उपाध्यक्ष पद पर आसीन रह चुके हैं। सुनील कुमार पुष्पम भी यहां का प्रतिनिधित्व दो बार कर चुके हैं। राजेंद्र प्रसाद यादव वर्ष 1985 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं। वर्तमान में जदयू विधायक राजकुमार राय भी 2010 से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 


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