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मुजफ्फरपुर में इंजीनियर को गोली मारने के आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही पुलिस

13 जनवरी की रात मो.इमाम व अली अशरफ सीढ़ी के रास्ते उसके घर में घुस आया और उस पर फायरिंग कर दी। गोली उसके साला जियाउर रहमान को लगी। उसे बैरिया स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी स्थिति में सुधार हो रहा है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 09:21 AM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 09:21 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में इंजीनियर को गोली मारने के आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही पुलिस
घायल इंजीनियर के जीजा ने पड़ोसी, उसके साला व पुत्र को बनाया नामजद आरोपित।

मुजफ्फरपुर, जासं। काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के सादपुरा मिल्की टोला मोहल्ला में अपने जीजा के घर आए इंजीनियर जियाउर रहमान को गोली मारने के आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी है। यह घटना 13 जनवरी की रात लगभग एक बजे घटी थी। उसके जीजा हसनैन आरिज ने अपने पड़ोसी जेल में बंद अली इमाम, उसके साला मो.इमाम व पुत्र अली अशरफ को नामजद आरोपित बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। काजी मोहम्मदपुर थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। 

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भूमि विवाद में जेल से पड़ोसी ने रची साजिश

हसनैन आरिज ने प्राथमिकी में कहा है कि पड़ोसी अली इमाम से उसका भूमि विवाद चल रहा है। वह उसकी जमीन पर कब्जा करना चाहता है। पिछले साल सितंबर में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में उसकी जमीन का सीमांकन कराया गया। तब उसने तेजाब से उसके मजदूरों व उस पर हमला कर दिया। इस मामले में वह जेल में बंद है।

केंद्रीय कारा में बंदियों के बीच मारपीट का आरोप

जासं, मुजफ्फरपुर : स्थानीय केंद्रीय कारा में बंदियों के बीच जमकर मारपीट हुई। इसमें बंदी प्रेमचंद पासवान आंशिक रूप से जख्मी हो गया। इसकी जानकारी मिलने पर बंदी के पिता अरुण पासवान ने अपने अधिवक्ता से संपर्क कर न्यायालय में अपील दायर करने की कवायद शुरू कर दी है। डीएम को आवेदन देकर शिकायत भी की है। इसमें कहा गया है कि पिछले ढ़ाई साल से उनका बेटा एक मामले में जेल में बंद है। कुछ दिनों से जेल में उसे कई बंदियों द्वारा प्रताडि़त किया जा रहा है। दूसरी ओर घटना को लेकर जेल प्रशासन की तरफ से सख्ती बरतते हुए उक्त बंदी को सेल में शिफ्ट करा दिया गया है। जेलर सुनील कुमार मौर्य ने बताया कि मारपीट की घटना जेल में नहीं हुई है। कोर्ट में पेशी के लिए बंदी को ले जाना था। इसी में बंदी द्वारा तैयार होने में समय लगा दिया गया। इस पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा बोला गया। इसी को लेकर गलत आरोप लगाया जा रहा है। उसके सास-ससुर की आंखों का आपरेशन कराने उसका साला जियाउर रहमान उसके यहां आया था। 13 जनवरी की रात मो.इमाम व अली अशरफ सीढ़ी के रास्ते उसके घर में घुस आया और उस पर फायरिंग कर दी। गोली उसके साला जियाउर रहमान को लगी। उसे बैरिया स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी स्थिति में सुधार हो रहा है।  


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