Bihar Birth scam : लेखापाल को खोजने में पुलिस अब तक रही है विफल, काम करने की शैली पर उठ रहे सवाल
Bihar Birth scam जननी बाल सुरक्षा योजना में फर्जीवाड़ा में मुशहरी पीएचसी के लेखापाल के साथ सीएचसी प्रभारी व प्रबंधक रामकृष्ण की लापरवाही भी सामने आई है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एनआरएचएम के जननी बाल सुरक्षा योजना के फर्जीवाड़े का आरोपित मुशहरी सीएचसी का लेखापाल अवधेश पुलिस की पकड़ से बाहर है। प्राथमिकी दर्ज होने के नौ दिन बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हंै। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि अगर शीघ्र गिरफ्तारी नहीं हुई तो आरोपित को साक्ष्य मिटाने का मौका मिल सकता है।
फर्जीवाड़े में कई तथ्य अभी अनसुलझे
जानकारी के अनुसार लेखापाल अवधेश कुमार पर डीएम के आदेश पर सीएचसी प्रभारी ने एफआइआर दर्ज कराई थी। लेखापाल के अबतक नहीं पकड़े जाने से इस फर्जीवाड़े में कई तथ्य अभी अनसुलझे हैंं। उसके पकड़े जाने के बाद ही साफ हो सकेगा कि सीएसपी संचालक किसके कहने पर महिलाओं के खाते का गलत इस्तेमाल कर रहा था। वहीं, सीएसपी संचालक के अलावा और कौन-कौन शामिल है। इधर, मुशहरी थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि लेखापाल की गिरफ्तारी के लिए छानबीन की जा रही है। कई लोगों से पूछताछ की गई है। मालूम हो कि 20 अगस्त को लेखापाल पर एफआइआर दर्ज कराई गई थी।
मुशहरी सीएचसी प्रभारी व प्रबंधक पर कार्रवाई की अनुशंसा
जननी बाल सुरक्षा योजना में फर्जीवाड़ा में मुशहरी पीएचसी के लेखापाल के साथ सीएचसी प्रभारी व प्रबंधक रामकृष्ण की लापरवाही भी सामने आई है। सीएचसी प्रभारी व प्रबंधक ने जांच टीम के सामने अपना जवाब दाखिल किया। जवाब मिलने के बाद जांच टीम ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर प्रसाद से की है। जिलाधिकारी की अंतिम सहमति मिलने के बाद कार्रवाई का पालन होगा। डीएम ने सिविल सर्जन की देखरेख में एक टीम गठित की है। टीम ने माना कि लेखापाल के साथ सीएचसी प्रभारी व प्रब्रंधक की लापरवाही से यह फर्जीवाड़ा लंबे समय तक चला। कार्रवाई शुरू होने के बाद हडकंप मचा हुआ है। इधर, बैंक की देखरेख में संचालित ग्राहक सेवा केंद्र के खिलाफ भी पुलिस के साथ विभागीय कार्रवाई शुरू है।