व्रत रख भगवान श्रीकृष्ण की विधिवत पूजा-अर्चना की
शहर के विभिन्न मंदिरों व इलाकों में बुधवार को कृष्णाष्टमी मनाई गई। वैष्णव मत को मानने वाले लोगों ने व्रत रखते हुए भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के बाद विधिवत उनकी पूजा-अर्चना की। कटही पुल नया टोला स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में भगवान की भव्य झांकी सजाई गई थी। मंगलवार रात यहां सामूहिक सुंदरकांड पाठ भी किया गया।
मुजफ्फरपुर । शहर के विभिन्न मंदिरों व इलाकों में बुधवार को कृष्णाष्टमी मनाई गई। वैष्णव मत को मानने वाले लोगों ने व्रत रखते हुए भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के बाद विधिवत उनकी पूजा-अर्चना की। कटही पुल, नया टोला स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में भगवान की भव्य झांकी सजाई गई थी। मंगलवार रात यहां सामूहिक सुंदरकांड पाठ भी किया गया। मध्यरात्रि में भगवान के जन्म की खुशियां मनाई गई। प्रसाद का वितरण भी किया गया। इसमें महंत विजय दास, न्यास समिति सचिव अरविद सिंह, उपाध्यक्ष बालेश्वर नारायण सिंह, मुरारी प्रसाद सिंह, प्रताप कुमार सिंह, पुजारी शशिभूषण मिश्र, शंभू सिंह, संतोष कुमार सिंह, सरस्वती देवी, मुन्नी कुमारी, प्रिस कुमार सिंह, रामदेव मंडल, बेला मंडल आदि मुस्तैद रहे।
इस बार साधारण तरीके से मनेगा बाबा गणिनाथ महोत्सव
कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए इस बार शहर के गोविदपुरी, बीबीगंज स्थित बाबा गणिनाथ गोविद मंदिर में आगामी शनिवार को बाबा गणिनाथ महोत्सव साधारण तरीके से मनाया जाएगा। राष्ट्रीय कानू-हलवाई संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास गुप्ता ने बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए इस बार भव्य आयोजन नहीं हो पाएगा। ना तो झांकी निकलेगी और ना ही मेला लगेगा। जन्मोत्सव के दिन मंदिर के गर्भगृह में पांच पुजारियों के द्वारा पूर्ण रूप से शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बाबा की पूजा होगी। भंडारे का प्रसाद वितरण होगा। बताते चलें कि कानू-हलवाई समाज के कुलगुरु बाबा गणिनाथ गोविद का जन्मोत्सव हर साल जन्माष्टमी के बाद आने वाले शनिवार को मनाया जाता है। संघ के अध्यक्ष श्री गुप्ता ने लोगो से इस बार मन्दिर प्रांगण में न आकर घर पर ही बाबा का जन्मोत्सव मनाने का आग्रह किया है।