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पश्चिम चंपारण के बेतिया में बिना मास्क के भीड़ भाड़ वाले इलाके में घूम रहे लोग

West champaran कोरोना के तेजी से बढ़ रहे संक्रमण को भी यहां के लोग कर रहे हैं नजरअंदाज बिना मास्क के भीड़ भाड़ इलाके में जाना उनके आम बात हो गई है। जाम के कारण वाहनों की भी लंबी कतार लग जाती है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 14 Jan 2022 05:59 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jan 2022 05:59 PM (IST)
पश्चिम चंपारण के बेतिया में बिना मास्क के भीड़ भाड़ वाले इलाके में घूम रहे लोग
बेत‍िया में कोरोना गाइडलाइन का नहीं हो रहा पालन। फोटो- जागरण

बेतिया पचं, जासं। कोरोना की तीसरी लहर के दौरान जिले में तेजी से कोरोना संक्रमितों का ग्राफ बढ़ रहा है। प्रतिदिन लोग संक्रमित हो रहे हैं। बावजूद इसके लोगों में असावधानी देखी जा रही है। वे कोरोना के गाइडलाइन के पालन में नजरअंदाज कर रहे हैं। इसमें उनका यह भी ध्यान नहीं रह रहा है कि सरकार ने जो कोरोना संक्रमण को देखते हुए दिशा निर्देश जारी किए है, वह उनके हक में ही है।

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बिना मास्क के भीड़ भाड़ इलाके में जाना उनके आम बात हो गई है। जाम के कारण वाहनों की भी लंबी कतार लग जाती है और इस दौरान भी अधिकांश वाहन चालक भी बिना मास्क के ही मिलते हैं। यह हालात मीना बाजार इलाके का है। शुक्रवार को कुछ ऐसा ही ²श्य इस क्षेत्र में देखने को मिला। यहां के भीड़ भाड़ इलाके में अधिकांश लोग बिना मास्क के जाते हुए देखे गए। उनमें कोरोना संक्रमण का भय भी नहीं था। जबकि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों की सावधानी ही अहम है। हम जितने सावधान रहेंगे और कोरोना गाईडलाइन का पालन करेंगे, संक्रमण का भय उतना ही कम होगा। हमें इस बात का हमेशा ख्याल रखना चाहिए कि इसके बचाव के लिए हमे मास्क पहनने के साथ-साथ शारीरिक दूरी भी बनाए रखना है।

पॉजिटिव होने पर भी मनोबल को नहीं होने दिया कम

बैरिया के संजीव कुमार दस दिन पहले संक्रमित हो गए थे। रिपोर्ट आने के बाद संगे संबंधियों की बेचैनी बढ़ गई, लेकिन वे बिलकूल नहीं घबड़ाए। अपने आपको आइसोलेट किया और मनोबल को बनाए रखा। मधुसूदन बताते हैं कि होम आइसोलेशन के दौरान उन्होंने कोरोना गाइ्रडलाइन का पालन किया। घरेलु नुसके का उपयोग कर कोरोना को मात देने में सफलता प्राप्त की। इस दौरान वे दूरभाष पर संगे संबंधियों से भी जुड़े रहे। बाते करते रहे। बीमारी का एहसास नहीं होने दिया। एक सप्ताह कब बित गया और पॉजिटिव से कब निगेटि हो गए, यह पता नहीं चला। इसतरह उन्होंने कोरोना को परास्त कर विजय प्राप्त करने में सफल हुए।

रोगी को और बरतनी चाहिए सावधानी

वैसे लोग, जो पहले से कई रोगों से पीडि़त हैं, उन्हें और सावधान रहने की जरूरत है। प्राय: ऐसा देखा गया है कि जो लोग कई बीमारियों से ग्रसित हैं, उनमें संक्रमण भी ज्यादा तेजी से फैलता है और संक्रमित हो जाने के बाद उन्हें स्वस्थ्य होने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इससे बचाव के लिए उन्हें हर वक्त सावधान रहना है। घर से बिना काम नहीं निकलना चाहिए। जब भी घर से बाहर जाएं, तो बिना मास्क के नहीं जाएं और हमेशा शारीरिक दूरी बनाए रखना चाहिए। यह कहना है कि शहर के प्रख्यात चिकित्सक डा. मोहनीश कुमार सिन्हा का। उनके अनुसार ऐसे लोगों को सुपा'य एवं पोषणयुक्त भोजन करना चाहिए। इसके साथ ही कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए सावधानी एवं कोरोना गाइडलाइन का पालन ही सबसे बेहतर उपाय है। उन्होंने वरीय नागरिकों को हर हाल में बुस्टर डोज लेने की सलाह दी है। ताकि उनमें कोरोना संक्रमण से लडऩे की क्षमता विकसित हो सके।


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